ब्रह्मपुत्र का पानी काला पड़ा, अधिकारियों ने चीन पर शक जताया

अरुणाचल प्रदेश : पूर्वोत्तर की जान कही जाने वाली सियांग नदी (ब्रह्मपुत्र का स्थानीय नाम) अरुणाचल प्रदेश में काली पड़ गई है. इससे स्थानीय लोगों में घबराहट फैल गई है. राज्य के अधिकारियों का कहना है कि प्राय: नवंबर से फरवरी तक इस नदी का पानी पूरा साफ और शुद्ध होता है लेकिन इस बार मामला अलग है. उनकी आशंका है कि इसका कारण चीन हो सकता है. पूर्वी सियांग जिले के जिलाधिकारी ताम्यो तातक ने बताया कि पानी में सीमेंट से मिलती-जुलती धूल मिली हुई है. उनके अनुसार नदी में करीब डेढ़ महीने पहले भारी संख्या में मछलियां मरी हुई पाई गई थीं. उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल के मानसून में भी नदी का रंग काला हो गया था और तब अधिकारियों का मानना था कि ऐसा नदी में बह रही गंदगी के चलते हुआ. उन्होंने आगे कहा कि इस साल की बरसात के बाद भी नदी का रंग काला पड़ा हुआ है.
ताम्यो तातक ने बताया, ‘जल आयोग ने नदी के पानी का नमूना लिया है और संदेह चीन की ओर है. ऐसा लगता है कि नदी के ऊपरी भाग में सीमेंट का बड़ा काम हो रहा है. हो सकता है वह गहरे पानी में बोरिंग का कोई काम कर रहा हो.’ सरकार ने पहले भी संदेह जताया था कि चीन ब्रह्मपुत्र के पानी को तिब्बत से शिनजियांग के रेगिस्तान तक ले जाने के लिए 1,000 किलोमीटर लंबी सुरंग खोद रहा है. हालांकि चीन ने भारत के इस संदेह को खारिज कर दिया था.

साभार: सत्याग्रह

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