पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश और दुनिया को बिहार की संस्कृति, कला, सिनेमा और खानपान आदि के बारे में जानकारी देने वाले एक पोर्टल की आज यहां शुरूआत करते हुए कहा कि इससे राज्य की ब्रांडिंग होगी। यहां 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर नीतीश ने माउस घुमाकर ‘ब्रांडिंग बिहार डॉट कॉम’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि बिहार के जो लोग देश के बाहर रह रहे हैं, राज्य के बारे में उनकी जिज्ञासा बनी रहती है। इस पोर्टल से लोगों की बिहार के बारे रुचि बढ़ेगी और वे अपने इतिहास को जान सकेंगे। इससे बिहार की ब्रांडिंग होगी।इस वेबसाइट को बनाने वाले एसएयूवी कम्युनिकेशन के निदेशक उदय सहाय ने कहा कि ‘ब्रांडिंग बिहार डॉट कॉम’ पर बिहार के कला-संस्कृति, संगीत, मीडिया, सिनेमा, साहित्य, वेशभूषा, खान-पान, वन्यजीवन, यहां से जुड़े व्यक्तित्वों, पुरातात्विक स्थलों एवं कुछ आलेख हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने सुझाव में कहा कि बिहार का इतिहास गौरवशाली है, इससे जुड़े हुए पुरातात्विक स्थलों के बारे में और विस्तार से बताने की जरुरत है ताकि नई पीढ़ी इसके बारे में जान सके और आकर्षित हो सके।चंपारण सत्याग्रह के दौरान दिखाए गए गांधीजी के चित्र के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह असली नहीं है। इसकी सही तस्वीर आप यहां के अधिकारियों के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में काफी कुछ किया जा रहा है। बोधगया, राजगीर, वैशाली, नालंदा और तेल्हाड़ा के पुरातात्विक स्थलों पर काम किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि राजगीर में जू सफारी, नेचर सफारी, घोड़ा कटोरा पर्वत लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। राजगीर में सबसे पुराना पत्थर निर्मित सायक्लोपियन बॉल है। यहां वेणु वन का विस्तार किया जा रहा है। यहां स्थित झील में भगवान बुद्ध की पूरे तरह पत्थर की बनी मूर्ति लगाई जा रही है। नीतीश ने कहा कि बोधगया को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैशाली में राजा का विशालगढ़ किला अद्भुत है।उन्होंने कहा कि बिहार में हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार संग्रहालय बना है और पहले से निर्मित पटना संग्रहालय इससे जुड़ा हुआ है। पटना संग्रहालय का पुनरुद्धार किया जा रहा है और उसमें पुरातात्विक सामग्रियों के उचित रख-रखाव की व्यवस्था की जाएगी।