नई दिल्ली। देश में सबसे ज्यादा सोना या तो धनतेरस के दिन खरीदा जाता है। या फिर अक्षय तृतीया पर। सर्राफा कारोबारियों का मानना है कि इन दोनों दिनों में लोग एक महीने के कारोबार के मुकाबले सोने की खरीदारी करते हैं। अगर बात अक्षय तृतीया की करें तो इस दिन सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है। लेकिन इस दौरान कई लोग सोना खरीदने में काफी धोखा भी खा जाते हैं। आइए आपको भी बताते हैं इस सोना खरीदते समय किस तरह की सावधानियों को बरतना जरूरी है। सोने की शुद्धता का रखे ख्याल खन्ना जेम्स प्राइवेट लिमिटेड फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज खन्ना बताते हैं कि सोना खरीदते समय उसकी शुद्धता पर जरूर ध्यान देना चाहिए। प्योर गोल्ड 24 कैरट का होता है। गोल्ड बहुत लचीला और सॉफ्ट होता है इसलिए 24 कैरट की कभी ज्वेलरी नहीं बन पाती है। ज्वेलरी बनाने के लिए 22 या 18 कैरट का इस्तेमाल होता है। ऐसे में अगर आप आभूषण खरीद रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि 22 कैरट की कीमत भी 24 कैरट से कम होगी। इसलिए ज्वेलरी खरीदने से पहले ज्वेलर से सोने की शुद्धता और कीमत को एक बार जानकर उसे बिल पर जरूर लिखवाएं। हॉलमार्क का रखें ध्यान जब भी आप सोने के आभूषण खरीदें, तो उसपर हॉलमार्क का निशान जरूर देखें। बिना हॉलमार्क के सोने को बिल्कुल ना खरीदें। पकंज खन्ना के अनुसार कई बार लोग हॉलमार्क के निशान को इग्नोर कर देते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। यह बहुत जरूरी है। अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो किसी सुनार से या खुद ऑनलाइन इसके बारे में पता कर सकते हैं। वहीं सोने के आभूषणों में नग लगे होते हैं। ऐसे में सुनार आपसे नग की कीमत भी वसूल करता है। जब भी नग लगे आभूषण खरीदें, तो सुनार से उन नगों का रत्ती के बारे में भी पूछे। उनकी शुद्धता का पैमाना जानने के बाद उसका सर्टिफिकेट भी लें। जानकार की दुकानदार से ही लें सोना पंकज खन्ना बताते हैं कि अक्षय तृतीया पर आपको सोना खरीदना ही है तो जानकार ज्वेलर की दुकान से ही खरीदें। जिस पर आपको पूरा भरोसा हो। वहीं उसका पक्का बिल लेना ना भूलें। इस बात का ध्यान रखें कि बिल पर दुकानदार की पूरी डिटेल हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो उससे सोना बिल्कुल भी ना खरीदें।