अब उम्मीदवारों को बताना होगा आय का स्त्राेत : सुप्रीम कोर्ट

11 मुख्यमंत्रियों पर दर्ज हैं क्रिमिनल केस, 25 हैं करोड़पति

संदीप ठाकुर

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के निशाने पर अब ऐसे सांसद और विधायक आ गए हैं जिनकी संपत्ति उनके कार्यकाल के दौरान ‘असाधारण ढंग’ से बढ़ी है। शुक्रवार को एक याचिका की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को अपनी संपत्ति की जानकारी के साथ-साथ यह भी बताना होगा कि उनकी आय का साधन क्या है? उम्मीदवार को अपने साथ-साथ पत्नी और बच्चों के आय के साधन भी बताने को कहा गया है।
दरअसल, एक एनजीओ ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। एनजीओ ने याचिका में कहा था कि उम्मीदवारों को उनकी संपत्ति के साथ-साथ यह बताना भी जरूरी होना चाहिए कि उनकी आय के साधन क्या हैं ? याचिका में आगे कहा गया था कि इससे यह पता लग सकेगा कि वह संपत्ति कानूनी तरीके से कमाई गई थी या नहीं। मालूम हाे कि 7 लोकसभा सांसद और 98 विधायकों के खिलाफ पहले से जांच चल रही है। इनकी संपत्ति में ‘असाधारण’ वृद्धि होने की बात सामने आई थी। यह जानकारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने थोड़े वक्त पहले ही सुप्रीम कोर्ट को दी थी। लोक प्रहारी नाम के लखनऊ के एक एनजीओ ने आरोप लगाया था कि 26 लोकसभा सांसद, 11 राज्यसभा सांसद और 257 विधायकों की संपत्ति में ‘असाधारण वृद्धि’ हुई थी। ये आरोप उम्मीदवारों द्वारा दाखिल किए गए चुनावी हलफनामे के आधार पर ही लगाए गए थे। इसके बाद जांच शुरू हुई। CBDT ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया है कि अन्य 9 लोकसभा सांसद, 11 राज्यसभा सांसद और 42 विधायकों के खिलाफ जांच शुरुआती चरण में है।
मालूम हाे कि विभिन्न राज्याें के कुल 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इनमें से 25 मुख्यमंत्री करोड़पतियों की लिस्ट में भी शामिल हैं। यह रिपोर्ट असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) और नैशनल इलेक्शन वॉच (NEW) ने जारी की है। सोमवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर कुल 31 मुख्यमंत्री होते हैं। इसमें से 11 यानी 35 प्रतिशत ने अपने ऊपर लगे क्रिमिनल केसों को खुद ही सार्वजनिक किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा क्रिमिनल केस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हैं। उनपर कुल 22 मामले दर्ज हैं। इसमें से तीन बेहद गंभीर हैं। रिपोर्ट में बिहार के नीतीश कुमार, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल, झारखंड के रघुबर दास, यूपी के योगी आदित्य नाथ, तेलंगाना के के सी राव, केरल के पिनराई विजयन, जम्मू कश्मीर की महबूबा मुफ्ती, पुडुचेरी के नारायणसामी, आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम शामिल है। लिस्ट में फडणवीस के बाद केरल के मुख्यमंत्री का नाम आता है। उनपर 11 क्रिमिनल केस हैं। तीसरे नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं। उनपर 10 मामले दर्ज हैं।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।)

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