साइबर सिक्योरिटी में लाख लोगों की होगी भर्ती

साइबर सिक्योरिटी में करियर बनाने के लिए छात्रों को कंप्यूटर साइंस और आईटी से बैचलर डिग्री की जरूरत होगी। जिन छात्रों ने 12वीं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में की हो वह भी इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं।

गौतम कुमार

आज के दौर में बिना टेक्नोलॉजी के कोई काम संभव नहीं है। जहां एक ओर टेक्नोलॉजी ने कई काम को आसान कर दिया है वहीं इससे कई साइबर क्राइम में भी बढ़ोतरी हुई है। इनसे निपटने के लिए बाजार में बड़ी संख्या में प्रोफेशनल की जरूरत होगी। साल 2016 में आई नेसकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक देश में 10 लाख साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल की जरूरत है। यानी की अगले 10 सालों तक इस क्षेत्र में हर साल 1 लाख नौकरियों के अवसर होंगे। ये उन स्टूडेंट्स के लिए बढ़ियां मौका है जो अपने लिए ऐसा कोर्स चुनना चाहते हैं जिसके बाद उन्हें आसानी से नौकरी मिल जाए। साइबर सिक्योरिटी में विभिन्न प्रकार की स्पेशलाइजेशन हासिल की जा सकती है। आप प्रोफेशनल डेटा सिक्योरिटी में नौकरी कर सकते हैं। इसके लिए कम्युनिकेशन और डेटा ट्रांसफर की जानकारी जरूरी है।
इस फील्ड में करियर बनाने के लिए छात्रों को कंप्यूटर साइंस और आईटी से बैचलर डिग्री की जरूरत होगी। जिन छात्रों ने 12वीं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में की हो वह भी इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल सरकारी डिपार्टमेंट में बातौर कंप्यूटर, स्पेशलस्टि, इंफॉर्मेशन टेक्नॉलोजी ऑफिसर के पदों पर काम कर सकते हैं। और अन्य जांच एजेंसियों, डिफेंस आदि में सिक्योरिटी एक्सपर्ट की जरूरत होती है। शुरुआती पैकेज 20 से 25 हजार महीना करियर की शुरुआत में 20 से 25 हजार महीना दिया जाएगा। वहीं अगर आपके पास अच्छा अनुभव हो तो सालाना पैकेज 5 से 7 लाख हो सकता है।
साइबर अपराधी कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर आपके कम्प्युटर पर भेजते हैं जिसमें वायरस छिपे हो सकते हैं, इनमें वायरस, वर्म, टार्जन हॉर्स, लॉजिक हॉर्स आदि वायरस शामिल हैं, यह आपके कंप्यूटर का काफी हानि पहुॅचा सकते हैं। सॉफ्टवेयर पाइरेसी सॉफ्टवेयर की नकली तैयार कर सस्ते दामों में बेचना भी साइबर क्राइम के अन्तर्गत आता है, इससे साफ्टवेयर कम्पनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। फर्जी बैंक कॉल- जाली ईमेल, मैसेज या फोनकॉल प्राप्त हो जो आपकी बैंक जैसा लगे जिसमें एटीएम नंबर और पासवर्ड की आवश्यकता है और यह जानकारी नहीं दी गयी तो आपको खाता बन्द कर दिया जायेगा।

क्या है साइबर क्राईम ?

भारत इंटरनेट इस्तेमाल करने वाला दुनियॉ का तीसरा देश है। आप अपने कंप्यूटर, मोबाइल आदि से कहीं न कहीं इंटरनेट से जुडें हैं इसलिये साइबर क्राइम, साइबर अपराध, साइबर-आतंकवाद जैसे शब्दों के बारे में आपका जानना बहुत जरूरी है। इसे साधारण भाषा में या हैकिंग करते हैं, इससे साइबर अपराधी आपके कंप्यूटर नेटवर्क में प्रवेश कर आपकी निजी जानकारी जैसे – आपका नेटबैंकिग पासवर्ड, आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी आदि को चुरा लेते हैं और इसका दुरूपयोग करते हैं, इसी का दूसरा रूप होता है फिंशिग, जिसमें आपको फर्जी ईमेल आदि भेजकर ठगा जाता सकता है। इसलिए आप इन सब की जानकारी रख कर इस तरह के क्राईम से बच सकते हैं।

 

 

(लेखक शिक्षा क्षेत्र से जुडे हुए हैं।)

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