हायर एजुकेशन समिट 18 अप्रैल को

नई दिल्ली। एजुकेशन थिंक टैंक सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च (सीईजीआर) का चौथा हायर एजुकेशन समिट ली मेरिडियन में 18 अप्रैल 2018 को आयोजित किया गया है। जिसमें आज के संदर्भ में हायर एजुकेशन में क्या कुछ करने की जरूरत है इस पर खास चर्चा होगी। ऐसे समय में जब नई शिक्षा नीति अब आने को तैयार है ऐसे में विद्वजन के वैचारिक मंकतव्य का काफी आवश्यकता है इसके लिए सीईजीआर लगातार उच्च शिक्षाविद् के विचार को पटल पर ला रहा है। सीईजीआर बीते छह वर्षों में अनेक कार्यक्रम हायर एजुकेशन स्कील एवं इंटरप्रेरनिरशिप कर चुका है। जिसमें विद्वजन ने अपने अपने विचार रखे हैं जिसका लाभ फैकेल्टी सहित रेगुलेटर को भी मिला है। इस खास मंच पर रेगुलेटर भी सीधे तौर पर यूनिवर्सिटी व फैकेल्टी से जुड़ते हैं। चौथे हायर एजुकेशन समिट में वीडियो बुक स्कील फॉर इफेक्टिव रिसर्च भी लांच किया जा रहा है।

सीईजीआर के चौथे हायर एजुकेशन समिट में खास तौर पर सांसद आरसीपी सिंह, सांसद राम कुमार शर्मा, सांसद अरुण कुमार, सांसद जयप्रकाश यादव मौजूद होंगे। इस मौके पर एआईसीटीई के मेम्बर सेक्रेटरी प्रो. एपी मित्तल, टिफेक के एक्जुकूटिव डायरेक्टर डॉ प्रभात रंजन, एआईसीटीई के डायरेक्टर व इमेडियेट पास्ट प्रेसिडेंट सीईजीआर मनप्रीत सिंह मन्ना, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी स्कील कॉउन्सिल के सीओओ डॉ सोनाली सिन्हा, के आर मंगलम यूनिवर्सिटी के चांसलर व मेंटर सीईजीआर प्रो. केके अग्रवाल, शोभित यूनिवर्सिटी के चासंलर कुंवर शेखर विजेंद्र, एकेएस यूनिवर्सिटी के चांसलर अनंत सोनी, महर्षि अरविंद यूनिवर्सिटी के चासंलर संजय परासर, जीएलए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर व सीईजीआर के मेंटर प्रो. डीएस चौहान,एनडीआईएम के चेयरमैन व सीईजीआर के सीनियर वाइस चेयरमैन वीएम बंसल, संस्कृति यूनिवर्सिटी के वाइस चासंलर व सीनियर वाइस प्रेसिडेट सीईजीआर प्रो. देवेंद्र पाठक, सीईजीआर के प्रेसिंडेट व हिमालयन गरवाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. एनके सिन्हा, महर्षि मारकेंदेश्वर यूनिवर्सिटी अंबाला के वाइस चासंलर प्रो. विक्टर गंभीर, झारखंड राय यूनिवर्सिटी रांची के वाइस चांसलर डॉ सविता सेंगर सहित कई अन्य विशिष्ट गणमान्य अतिथि मौजूद रहेंगे। इस खास आयोजन में देश भर के करीब 300 सीनियर एकेडमिट लीडर, एकेडमिशियन, कॉरपोरेट और व्यूरोक्रेट अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया है। जो देश के विभिन्न भागों से होंगे। गौरतलब है कि देश में सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च (सीईजीआर) ने जिस प्रकार से थिंक टैंक के रूप में आगे आया है इससे संस्थाओं को तो लाभ मिल ही रहा है साथ ही सरकार भी सीधे तौर पर एक जगह पर अपनी बात को रख पा रही है।

 

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