हाइ क्लाउड प्रयोग के कारण एसएमबी के मुनाफे में तीन गुना सुधार

नई दिल्ली। देश के 11 शहरों’ में 275 एसएमबी के स्तर पर क्लाउड प्रयोग के परिणामस्वरूप पड़ने वाले सामाजिक एवं आर्थिक प्रभावों का आकलन करने के मकसद से, माइक्रोसाॅफ्ट और थाॅट आर्बिट्रेज रिसर्च इंस्टीट्यूट (टीएआरआई) द्वारा कराए गए अध्ययन में पाया गया कि क्लाउड टैक्नोलाॅजी के इस्तेमाल के चलते लघु एवं मंझोली कंपनियों (एसएमबी) ने बाजार तक पहुंच और मुनाफा कमाने की संभावनाओं में तीन गुना तक सुधार दर्ज कराया है। इस अध्ययन में बाजार पहुंच में उल्लेखनीय वृद्धि, कर्मचारियों की उत्पादकता तथा परिचालनगत प्रक्रियाओं में सुधार और कार्य-जीवन संतुलन में सुधार जैसे अनेक प्रभावों का सीधा संबंध अधिक क्लाउड इस्तेमाल से जोड़ा गया है। एसएमबी क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का कहना है कि क्लाउड टैक्नोलीजी के इस्तेमाल से उनकी कंपनियों में टैक्नोलाॅजी प्रयोग में लचीलापन बढ़ा है और व्यावसायिक परिचालनों में विस्तार भी हुआ है। उन्होंने बताया कि क्लाउड टैक्नोलाॅजी ने उन्हें कारोबारी और मानव संसाधनगत प्रक्रियाओं पर बेहतर नियंत्रण भी दिलाया है।
इस अध्ययन ने, रिग्रेषन आधारित दृश्टिकोण को अपनाया और क्लाउड अपनाने के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक-आर्थिक संकेतकों पर प्रभावों की संभाव्यता के बारे में पूर्वानुमान जताया। कुल-मिलाकर, इस अध्ययन में कहा गया है कि एसएमबी द्वारा क्लाउड को अपनाने से क्लाड प्रयोग के दो साल की अवधि के भीतर अनेक मोर्चो। पर सुधार की संभावना 75ः से अधिक होगी। अनंत माहेश्वरी, प्रेसीडेंट, माइक्रोसाॅफ्ट इंडिया ने कहा, ’’इन कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने अपने व्यवसायों में व्यापक पैमाने पर बदलाव लाने में क्लाउड टैक्नोलाॅजी के सकारात्मक मूल्य और प्रभाव को स्वयं महसूस किया है। माइक्रोसाॅफ्ट में हम प्रत्येक संगठन और प्रत्येक व्यक्ति को सषक्त बनाने और अधिक हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विभिन्न संगठनों के बदलावों की यात्रा में भागीदारी कर रहे हैं और इनमें से प्रत्येक नवोन्मेश आधारित विकास के परितंत्र में योगदान कर रहे हैं।‘‘
क्लाउड को अपनाने से परिचालन खर्च में कमी और नकदी प्रवाह में सुधार के रूप में फायदे सामने आते हैं। एसएमबी अपने स्तर पर क्लाउड के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर काम में सुधार एवं लचीलेपन के जरिए 308ः तक नकदी प्रवाह में सुधार ला सकते हैं। 96ः एसएमबी ने क्लाउड इस्तेमाल करने के दो वर्श के भीतर ही अपने परिचालनगत खर्चों में सकारात्मक प्रभाव को महसूस किया है और इसमें स्थिरता बनी रही है। सुरक्षा, व्यवसाय में निरंतरता और जोखिम प्रबंधन जैसे क्षेत्र भी महत्वपूर्ण है। 86ः एसएमबी का मानना है कि क्लाउड एक सुरक्षित प्लेटफार्म है और इससे वे गोपनीय जानकारी को लेकर कम जोखिम महसूस करते हैं।
सेल्वा रामानुजन, डायरेक्टर, मोंटब्लू टैक्नोलाॅजी ने क्लाउड टैक्नोलाॅजी के परिप्रेक्ष्य में अपने अनुभवों के बारे में कहा, ’’आॅनलाइन उत्पादकता और परस्पर सहयोगी टूल्स एसएमबी के लिए बेहद उपयोगी समाधान हैं। ये हमें अपने आईटी एसैट्स को अपग्रेड करने या नए खरीदने पर धनराषि का व्यय करने की बजाय बिज़नेस पर ध्यान केंद्रित करने की सुविधा देते हैं और इस तरह हम धन को व्यावसायिक गतिविधियों पर निवेष कर सकते हैं। साथ ही, आॅन-प्रीमाइस साॅल्यूषन के रखरखाव के मामले में कार्यबल पर अधिक धन व्यय होता है और इस मद में अन्य खर्च भी होते हैं। इसी तरह, यदि हम अपने डेटासेंटर का इस्तेमाल करते हैं तो हमें हर दिन अपनी सूचनाओं की सुरक्षा को लेकर हमेषा इंतज़ाम पुख्ता बनाने पड़ते हैं। लेकिन अब ऐसी कोई समस्या नहीं रही है क्योंकि हमारी मेल और फाइलें अब क्लाउड पर सुरक्षित रहती हैं।‘‘
डाॅ सेंथिलकुमार यू., संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बायोलाइन लैबोरेट्री, ने कहा, ’’यदि आप अपने कारोबार के संचालन के लिए आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करते हैं तो क्लाउड का इस्तेमाल करना सर्वश्रेश्ठ समाधान है। कुछ वर्श पहले क्लाउड टैक्नोलाॅजी को अपनाने के बाद से हमने हाइ-एंड हार्डवेयर और संसाधनों पर पूंजीगत व्यय घटाया है। सर्विस लैवल एग्रीमेंट पर डेटा की उपलब्धता सुनिष्चित होती है और हमारी पहुंच उसी आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सेवाओं तक है जिन तक बड़ी कंपनियों की होती है, और इस तरह यह हमें प्रतिस्पर्धी लाभ दिलाता है। बायोलाइन भविश्य में क्लाउड आधारित विकास को लेकर उत्सुक हैं।‘‘

 

 

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