जयराम ठाकुर की सरकार बनते ही हिमाचल प्रदेश देश का 19वां राज्य हो गया है जहां भाजपा या उसके सहयोगी दल सत्ता में हैं.नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली. उनका शपथ ग्रहण कार्यक्रम राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज़ मैदान में हुआ.
शिमला : जयराम ठाकुर ने ऐतिहासिक रिज मैदान में बुधवार को हिमाचल प्रदेश के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. जयराम के साथ ही उनकेे 11 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण की. इनमें महेंद्र सिंह, किशन कपूर, सुरेश भारद्वाज, अनिल शर्मा, सरवीन चौधरी, रामलाल मारकण्डा, विपिन सिंह परमार, वीरेंद्र कंवर, विक्रम सिंह, गोविंद सिंह, डॉ. राजीव सहजल शामिल हैं. शपथ ग्रहण के दौरान रिज मैदान पर मौजूद लोगों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए. सुरेश भारद्वाज और गोविंद सिंह ने संस्कृत में मंत्री पद की शपथ ली.
राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. इस समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह करीब 10.45 बजे हेलीकॉप्टर से शिमला पहुंचे थे, जहां खुद जयराम ठाकुर उनकी आगवानी के लिए पहुंचे. पीएम केे अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत कई केंद्रीय मंत्री, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा अन्य कई मुख्यमंत्री मौजूद रहे.शपथ ग्रहण से पहले जयराम ठाकुर ने कहा कि ‘लोगों ने हम पर विश्वास जताया है. हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे’. इसके अलावा उन्होंने कहा कि ‘बहुत खुशी होती अगर पिताजी साथ होते. एक साल पहले वो हमें छोड़कर चले गए. माताजी अस्वस्थ हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद हैं और ये मेरे लिए बहुत बड़ी बात है’.
समारोह के लिए रिज मैदान भगवा रंग में रंग गया था. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जयराम ठाकुर के बड़े-बड़े कट आउट लगाए गए. भव्य समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए और रिज, अन्नाडेल हेलीपैड तथा जुब्बार-हट्टी हवाई अड्डा एसपीजी को सुरक्षा घेरे में रखा गया. समारोह में शामिल होने के लिए सुबह से ही लोग बड़ी संख्या में समारोह स्थल पहुंच गए थे.
ग़ौरतलब है कि इसी रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में ठाकुर को नेता चुना गया था. हिमाचल में भाजपा ने विधानसभा की 68 में 44 सीटें जीतकर सरकार बनाई है. पार्टी ने चुनाव के वक़्त प्रेमकुमार धूमल को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित किया था. लेकिन उनके सहित पार्टी के कई दिग्गज चुनाव हार गए. इसके बाद लगातार पांच बार के विधायक ठाकुर को इस पद के लिए चुना गया.