नई दिल्ली। भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए पूरे देश में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता प्रार्थना सभा और प्रदर्शन कर रहे है।ं कर्नाटक में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में सरकार बनाने की पहल की है और राज्यपाल ने भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है, कांग्रेस उसे लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन बता रही है। इसी क्रम में आज शाम राजघाट पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई नेता और कार्यकर्ताओं ने एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि हमारी पार्टी हमेशा ही लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते आई है। चुनावी राजनीति में हार जीत लगी रहती है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि हम लोकतांत्रिक मान्यताओं की अवहलेना करें। हमारी पूरी आस्था लोकतंत्र में हैं। भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए कांग्रेस पूरे देश मंे जन जागरण करेगी। कहीं प्रार्थना सभा तो कहीं प्रदर्शन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में सियासी खींचतान के बीच बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार सुबह 9 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। वह तीसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस-जेडीएस की अर्जी पर सुनवाई करते हुए बीएस येदियुरप्पा की शपथ पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही भाजपा के बीएस येदियुरप्पा को नोटिस जारी करते हुए अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। इस मामले पर शुक्रवार सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में फिर सुनवाई होगी। साथ ही कोर्ट ने भाजपा से वे पत्र पेश करने के लिए कहा है, जो उन्होंने राज्यपाल को सौंपे हैं। इसके अलावा कोर्ट ने कांग्रेस-जेडीएस की अर्जी पर कर्नाटक सरकार और येदियुरप्पा को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। बता दें, भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा को शपथ लेने से रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने बुधवार रात 9 बजे के करीब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर तुरंत सुनवाई करने की अपील की। जिसके बाद देर रात चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने अर्जी स्वीकार करते हुए तीन जजों जस्टिस एके सीकरी, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस बोबडे की बेंच गठित कर सुनवाई का आदेश दिया था।