राजधानी में ‘सेफ वायरिंग, सेफर बिल्डिंग्स’ जागरूकता अभियान शुरू 

नई दिल्ली। हमारे जीवन में बिजली का बड़ा महत्व है, लेकिन असावधानी से मृत्यु हो सकती है, गंभीर चोट लग सकती है और संपत्ति को नुकसान हो सकता है। सुरक्षित अभ्यासों, सुरक्षा दिशानिर्देशों और वायरिंग के लिये उपयुक्त मैटेरियल के सम्बंध में जागरूकता फैलाने से दुर्घटनाओं की संख्या कम हो सकती है। आईसीए इंडिया हमेशा से बिजली से सुरक्षा और घरों तथा कार्यालयों में सुरक्षा नीतियों के लागूकरण के लिये प्रतिबद्ध रहा है। इस जारी पहल के एक हिस्से के तौर पर आईसीए इंडिया ने आज शहर में अपना राष्ट्रीय जागरूकता अभियान ‘‘सेफ वायरिंग, सेफर बिल्डिंग्स’ लॉन्च किया है। गृह मंत्रालय, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी और ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स साथ मिलकर आयोजित इस अभियान का लक्ष्य जागरूकता उत्पन्न करना, बिजली से सुरक्षा की उपयुक्त नीतियों पर शिक्षित करना और इलेक्ट्रिकल वायरिंग का सही मैटेरियल और सही आकार सुनिश्चित करना है।
सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी के डाटा के अनुसार वर्ष 2016-17 में बिजली की दुर्घटनाओं से प्रतिदिन औसतन 13 लोगों की मृत्यु हुई। इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट्स के कारण आग की 13 प्रतिशत दुर्घटनाएं हुईं। हमने आवासीय और वाणिज्यिक स्थानों पर आग की बड़ी दुर्घटनाएं देखी हैं, जिन्होंने कई लोगों का जीवन छीना और कई लोगों को चोटिल किया। इसलिये बिजली से सुरक्षा पर ध्यान देना अति आवश्यक है।
इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईसीए इंडिया) में बिल्डिंग वायर के मुख्य प्रबंधक अमोल कलसेकर ने कहा कि बिजली हर जगह है और हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित करती है। प्रतिवर्ष बिजली से लगने वाली आग, चोट और मृत्यु की रोकथाम के लिये बिजली सम्बंधी जोखिमों के प्रति जागरूकता पैदा करना जरूरी है। बिजली से सुरक्षा के मुख्य सिद्धांतों को समझने और सुरक्षित अभ्यासों का पालन करने से कई दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। आईसीए इंडिया में हम सुरक्षित घर और कार्यालय के लिये सही आकार की वायरिंग पर जोर देते हैं और उपभोक्ता तथा उद्योग को समस्याओं और जोखिम के प्रति जागरूक करते हैं।
इस अभियान के तहत देश में बिजली से सुरक्षा के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। इस अवसर डी. के. शमी, फायर एडवाइजर, गृहमंत्रालय, भारत सरकार, गौतम रॉय, चीफ इंजीनियर और चीफ इलेक्ट्रिकल एडवाइजर, भारत सरकार, ाजीव शर्मा, साइंटिस्ट ई, हेड-इलेक्ट्रोटेक्निकल डिपार्टमेन्ट, ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स, ुधीर बिश्नोई, साइंटिस्ट ई, इलेक्ट्रोटेक्निकल डिपार्टमेन्ट, ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स ने भी अपने विचार रखें। वक्ताओं ने कहा कि आईसीए इंडिया शहरी और ग्रामीण घरों के लिये सर्वश्रेष्ठ बिल्डिंग वायरिंग अभ्यासों को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से संलग्न रहा है। आईसीए इंडिया का बिल्डिंग वायर प्रोग्राम नीति निर्माताओं के साथ सक्रिय रूप से कार्य करता है, ताकि मौजूदा मानक, विनियमन और नीतियाँ उन्नत हों। यह प्रमुख वायर उत्पादकों और अन्य ओईएम के साथ काम करता है, ताकि गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध हों। आईसीए इंडिया बिजली से सुरक्षा को प्रभाव निर्मित करने वालों और अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिये प्राथमिकता बनाने हेतु उनके साथ भी संलग्न होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.