डाबर ने हासिल किया मुकाम, बनी राष्ट्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग से माल भेजने वाली पहली भारतीय एफएमजीसी कंपनी

नई दिल्ली। विकास के पथ पर डाबर इंडिया लगातार नए मुकाम हासिल करती जा रही है। हाल ही में शुरू हुए राष्ट्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग के माध्यम से अपना पहला कंटेनर भेजकर डाबर इंडिया लिमिटेड देश के अंतर्देशीय जलमार्गों का उपयोग करने वाली पहली घरेलू एफएमसीजी कंपनी बन गई है। डाबर ने इस नए जल मार्ग के माध्यम से आज अपने फल आधारित पेय उत्पाद वाराणसी से कोलकाता भेजे हैं।

इस सदंर्भ में डाबर इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक-संचालन शाहरुख खान ने कहा कि हम इस मेगा प्रोजेक्ट का हिस्सा बन कर उत्साहित हैं। यह न केवल लागत बचाएगा बल्कि माल जल्दी पहुँचाने का मार्ग भी होगा। यह परिवहन का पर्यावरण के अनुकूल साधन भी है, विशेष रूप से कार्गो आवागमन के लिए, जो न केवल उपभोक्ता सामग्री उद्योग को फिर से परिभाषित करेगा बल्कि कई लोगों के लिए रोज़गार का निर्माण भी करेगा।
बता दें कि राष्ट्रीय जलमार्ग -1 पश्चिम बंगाल में हल्दिया से उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के बीच एक अंतर्देशीय जल परिवहन मार्ग है, जिसे हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। आईडब्ल्यूएआई पोत, एमवी रवींद्रनाथ टैगोर जिसका प्रधान मंत्री मोदी ने वाराणसी में स्वागत किया, स्वतंत्रता के बाद भारत में किसी अंतर्देशीय जलमार्ग पर पहला कंटेनर आवागमन था। जहाज ने कोलकाता से वाराणसी तक भोजन और स्नेक्स के 16 ट्रक लोड के बराबर 16 कंटेनरों को पहुंचाया। अपनी वापसी यात्रा पर, इसमें डाबर इंडिया लिमिटेड से 17 मीट्रिक टन फल आधारित पेय पदार्थ होंगे।
श्री खान ने कहा कि डाबर का मानना है कि यह आर्थिक विकास की ओर एक नया कदम है क्योंकि इससे सड़कों पर यातायात दबाव कम हो जाएगा और रसद लागत में कटौती में मदद मिलेगी। यह परिवहन प्रणाली भारत के बुनियादी ढांचे के लिए एक बड़ा बढ़ावा है, जो उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार जैसे कई राज्यों को लाभान्वित करेगा।

 

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