डाबर वेस्ट मैनेज्मेन्ट परियोजना “ वी केयर ” से जुड़ा

नई दिल्ली । डाबर इंडिया लिमिटेड ने भविष्य की पीढ़ियों के लिए हरित धरती के प्रति अपनी वचनबद्धता की तरफ आगे बढ़ते हुए, पूर्वी दिल्ली नगर निगम, गाजीपुर, दिल्ली, के ऊर्जा संयंत्र के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट पदार्थों को एकत्र करने और रीसाइक्लिंग के लिए अन्य जिम्मेदार संगठनों के साथ एक संघ बनाने का निर्णय लिया है। यह भारत की पहली मेगा पर्यावरण संरक्षण पहल ‟वी केयर” का हिस्सा है।
डाबर इंडिया लिमिटेड वी-पी (मैन्युफैक्चरिंग) राजीव रंजन ने कहा कि डाबर में हमारे प्रयास हमेशा से ही प्रकृति और मानव के बीच बेहतर सामंजस्य बनाए रखना है। हम हमारे उपभोक्ताओं की रोजमर्रा की स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल की जरूरतों के लिए हमेशा से सर्वोत्तम प्रकृति-आधारित समाधान देते रहे हैं। पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, डाबर नए प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन (पीडब्लूएम) नियम 2016 को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए एक्सटेन्डेड प्रोड्यूसर्स रिस्पॉन्सिबिलिटी (ईपीआर) सिद्धांत के आधार पर उत्पादकों के उत्पादों द्वारा जनित प्लास्टिक कचरे को वापस लेने के लिए निर्माताओं को एक उत्पादक अपशिष्ट संग्रह प्रणाली के लिए रूपरेखा तैयार करने की आवश्यकता है। श्री रंजन ने कहा कि सस्टेनेबिलिटी डाबर के डीएनए में है। यह हमारे संचालन का केंद्र है और हमारे उत्पादों में भी रचा-बसा है। डाबर का प्रत्येक कार्य सस्टेनेबल भविष्य की ओर एक कदम है। यह परियोजना भी इस दिशा में एक और कदम है। हमें लगता है कि डाबर जैसे संगठनों को सरकार की नीतियों को बढ़ावा देने और हर संभव तरीके से इस तरह के प्रयासों का समर्थन करने के लिए आगे आना चाहिए।
डाबर इंडिया लिमिटेड वी-पी (एचआर) पार्थो गांगुली ने कहा कि यह विस्तारित उत्पादक दायित्व ढांचे के तहत प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में हमारा पहला कदम है और यह जल्द ही भारत के आठ प्रमुख शहरों में विस्तारित होगा।” इस लांच के अवसर पर डाबर इंडिया लिमिटेड के ईएचएस कॉरपोरेट हेड डा. प्रियंक आर्य भी मौजूद थे।
मल्टी लेयर प्लास्टिक (एमएलपी) कचरे के संग्रह, अलगाव और रीसाइक्लिंग को मजबूत करने के लिए कंसोर्टियम का गठन किया गया है। इस संयुक्त पहल को भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) द्वारा लागू किया जा रहा है, जो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा समर्थित दिल्ली स्थित गैर-सरकारी संगठन है। भारत की पहली ईपीआर संघ के तहत, डाबर ईस्ट दिल्ली नगर निगम, गाजीपुर, दिल्ली के वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट में एमएलपी की एकत्रित अपशिष्ट के पहले बैच को प्रोसेस करने में मदद करेगा।

 

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