‘दिल्ली का राजा’ की मंच से बाबा श्री चित्र विचित्र महाराज (वृन्दावन धाम) नें भक्तो को भक्तिरस में खूब नचाया 

नई दिल्ली । 21वॉ ‘‘दिल्ली के राजा” श्री गणपति महाराज के नाम से विश्व विख्यात् श्री गणेश उत्सव के पावन पर्व पर भव्य आयोजन पिछले 20 साल से करते आ रहे हैं। यह आयोजन दिल्ली के राजा उत्सव समिति की ओर से राष्ट्रीय राजधानी के रमेश नगर, नई दिल्ली में 13 सितम्बर से 23 सितम्बर तक आयोजित किया जा रहा है । पंडाल की सजावट एवं फल-फूलो की सेवा श्री के.के. शर्मा (ऐमिल वाला) की तरफ से है । आज के यजमान रमेश आहूजा, राजेश आहूजा एवं परिवार और राकेश आनंद एवं परिवार थे । इसके अलावा दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया जा रहा है ।दिल्ली के राजा के मुखय संगरक्ष रमेश आहूजा नें कहा – “दिल्ली का राजा गणेश उत्सव हर साल उनके लोगो को जोड़ रहा है, इस बार पर्यावरण बचाओ पेड़ लगाओ पर अधिक जोड़ देगे, जिसकी आज समाज में बहुत जरुरत है”

आयोजन समिति के अध्यक्ष सरदार मनदीप सिंह ने बताया कि “इस उत्सव से सभी वर्गों एवं धर्मो के लोगो में आपसी भाई चारा बढ़ता है। यह गणेश उत्सव श्री बाल गंगाधर तिलक के सन्देश को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है”।आयोजन समिति के महामंत्री श्री राजन चड्ढा ने कहा, ’’धरती का श्रृंगार वृक्ष लगायें बार-बार, गौ सेवा एवं सुरक्षा ही हमारे जीवन को करेगी साकार।’’आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष श्री दीपक भारद्वाज ने कहा कि “इस उत्सव में बहुत सारे लोग दिल्ली एनसीआर के अलावा अन्य राज्यांे से भी आते हैं। जहा पिछले वर्ष दस दिवसीय इस उत्सव में साढ़े चार लाख लोग आये थे वही इस वर्ष पांच से साढ़े पांच लाख लोगो के आने की संभावना है”। उत्सव आयोजन समिति के सदस्य श्री हर्ष बंधू ने बताया कि “20 वर्षों से श्री गणेश उत्सव में गणेश जी की भक्ति से जुड़े सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर आपसी भाई-चारे एवं श्रद्धा के साथ बड़ी धूम धाम से इस उत्सव को मनाते है”।
इस साल 21वा ‘‘दिल्ली के राजा” गणेश चतुर्थी का मुख्य उद्देश्य  “पर्यावरण बचाओ पेड़ लगाओ औऱ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” है। इस बार गणेश उत्सव के माध्यम से लोगों में ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का सन्देश देने का प्रयास किया गया है। बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहाँ से लाओगे अगर बेटी नहीं बचाओगे तो मेडल कहां से लाओगे। आज की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना चुकी है। बेटियां समाज पर बोझ नहीं है – हमें ये कार्य आगे बढ़ाना है और घर-धर तक तक पहुचाना है। बेटियां को बचाना है, पढ़ाना है और आगे बढ़ाना है। कार्यक्रम के दौरान अनेक धर्म गुरुओं एवं संतों का पदार्पण होगा जिनमें मुख्य तौर पर श्री कामाख्या शक्ति पीठ के महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 अनंत विभूषित जगतगुरु पंचानंद गिरी जी महाराज, प्रयागराज पीठ के शंकराचार्य ओंकारानंद सरस्वती जी महाराज, विश्व विख्यात गुरुदेव जी डी वशिष्ठ जी एवं परम श्रद्धा श्री सच्चिदानंद जी महाराज के वचनों से कार्यक्रम का आयोजन आगे बढ़ाए गए इन सभी संतो व कर्मकांडी ब्राह्मण आचार्य मुरलीधर शर्मा जी एवं अन्य विद्वान आचार्य द्वारा पूजन यज्ञ सहस्त्रार्चन आरती एवं श्रृंगार, पूजा सम्पन्न हो गई।  कार्यक्रम में भक्तों की सभी सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है। इस बार पंडाल में भंडारे की व्यवस्था भी की गयी है, कार्यक्रम की सुरक्षा को लेकर भी कई कदम उठाये गये हैं जैसे कि CCTV, कैमरे अलावा पुलिस भी मौजूद रहेगी। पंडाल में अंदर और बाहर बड़ी-बड़ी LED स्क्रीन भी लगाई जा रही हैं। पार्किग की भी उचित व्यवस्था है। दिल्ली के राजा का पांडाल वाटर प्रूफ हैऔर भक्तों सुरक्षा व्यवस्था के लिए वालिंटियर के साथ-साथ गैर सरकारी सिक्योर्टी गार्डस् की भी व्यवस्था की गई है..वहीं इस बार उत्सव की शोभा बढाने के लिए बेहतरीन जगमगाती रोशनी का भी इंतजाम किया गया है.कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिविर भी आयोजित की जाएगा। जिसमें जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क परामर्श, चश्मे, दवाइयां एवं प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी।
धार्मिक सामाजिक संस्था ‘‘दिल्ली का राजा उत्सव समिति” पिछले 20 वर्षों से ब्लॉक 8, रमेश नगर ,नई दिल्ली 15 में श्री गणेश चतुर्थी का आयोजन ‘‘दिल्ली के राजा” के नाम से करती आ रही है। साल दर साल बढ़ते-बढ़ते यह कार्यक्रम एक विशाल आयोजन का रुप ले चुका है। इस कार्यक्रम के तहत गणेश चतुर्थी के दौरान प्रतिदिन पूजन, यज्ञ, अनुष्ठान श्रीमद् भागवत कथा, रुद्राभिषेक एवं विश्व विख्यात गायकों द्वारा भजन संध्या आयोजित की जाती है। इस कार्यक्रम में पूरे हिंदुस्तान से संत-महंतो का पदार्पण होता है। गणपति जी की विशाल प्रतिमा हर वर्ष मुंबई से लाई जाती है और बड़े ही प्रेम भाव से 10 – 12 दिन तक उनका श्रृंगार किया जाता है एवं श्री गणेश चतुर्थी के दिन एक भव्य शोभा यात्रा नगर भ्रमण करते हुए गणेश जी महाराज को उत्सव स्थल पर लाकर उनका आवाहन किया जाता है एवं स्थापना की जाती है जो कि विद्वान आचार्यों द्वारा संपन्न कराई जाती है। बड़े ही हर्षोल्लास प्रेम और भाई चारे के बीच इस कार्यक्रम में हिंदू, सिख एवं मुसलमान भाइयों का भी सहयोग रहता है। “दिल्ली का राजा” उत्सव समिति  द्वारा आयोजित उत्सव को सफल बनाने में समिति के सभी सदस्यों – सर्वश्री राजन चड्ढा, दीपक भरद्वाज, सुरेंद्र गाँधी, उत्तरी दिल्ली नगर निगम स्थाई समिति की अध्यक्षा एवं रमेश नगर  निगम पार्षद वीना विरमानी, मुख्य संरक्षक  रमेश आहूजा, अरूण सहगल, राजेश आहूजा, राकेश आंनद, रमेश पापली, अचल विग, सोनू सचदेवा, कृष्ण गोसाई, विरेन्द्र बब्बर,अशोक कुमार अरोडा, मातेश कुमार, राजन शर्मा, धर्मवीर आनंद ,  नितिन पाहुजा, राज कुमार भूटानी, राज कुमार खुराना, विपिन अब्रोले, जतिंदर आहूजा, अजय गोयल, अनीश कपूर, सरदार हरचरण सिंह जॉली, राज कुमार मग्गो, पंकज भारीजा, कुलदीप सिंह लाडी, अमनदीप सिंह सहगल,  बर्थडे ग्रुप रमेश नगर, पिशोरी लाल जौली, राजीव सेठी, डॉ. अजय शर्मा, गुलशन ढ़ीगरा, सतीश लांबा,   शेखर एवं कमल ग्रोवर, कमल पाहुजा, राकेश डंग, राजन शर्मा   संदीप भारद्वाज, 8-9 ब्लॉक रमेश नगर  रेसिडेंटल एसोसिएशन, मोतीनगर विकास मंच, श्री महावीर मंदिर सभा, 9 ब्लॉक, लाल साई मंदिर, रमेश नगर का भरपूर समर्थन एवं सहयोग मिला।

दिल्ली के राजा की मूर्ति की विशेषता:

इस मूर्ति में इको फ्रंडली रंग का इस्तेमाल किया गया है, मूर्ति की लंबाई 18 फीट है, मूर्ति का विशेष रूप से श्रंगार किया गया है, मूर्ति के श्रंगार में अमेरिकन डायमंडस् का भी इस्तेमाल किया गया है, इस बार दिल्ली के राजा को मुंबई से बुलाया गया है, विधिवत पूजन करके निमंत्रण देकर दिल्ली के राजा को बुलाया गया है।

 

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