नई दिल्ली। भाकपा के वरिष्ठ नेता एस सुधाकर रेड्डी ने नई दिल्ली को छोड़कर दिल्ली के बचे हुए हिस्से को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठाई। भाकपा महासचिव ने कहा कि हम चाहते हैं कि दिल्ली में से नई दिल्ली को काटना चाहिए, जहां केंद्र सरकार के दफ्तर हैं उसे अलग रखना चाहिए और बचे हुए राज्य को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नारा दिया था कि एलजी दिल्ली छोड़ो और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चलाने का ऐलान किया था।इसी बाबत रेड्डी से सवाल किया गया था। माकपा ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग का समर्थन किया है।
माकपा की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में दिल्ली का शासन उपराज्यपाल के हाथ में है और नौकरशाहों की नियुक्ति केंद्र सरकार करती है। यह व्यवस्था बेहद अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था औपनिवेशिक काल के वाइसराय के शासन की तरह है जिसमें जनता पर (शासन की) सारी शक्तियां (उनके पास हैं), लेकिन जवाबदेही राजा के प्रति है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली में कांग्रेस आप के खिलाफ भाजपा का साथ दे रही है। पूर्ण राज्य के मुद्दे पर हम आप के अभियान का समर्थन करते हैं।