नई दिल्ली। पृथक मिथिला राज्य, मैथिली भाषा को संवैधानिक अधिकार व मिथिला के सर्वांगीण विकास के मुद्दे को लेकर अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के तत्वावधान में सोमवार को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया गया। इंजीनियर शिशिर कुमार झा के संचालन में आयोजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में वक्ताओं ने मिथिला के सामाजिक, सांस्कृतिक भाषायी, शैक्षणिक और औद्योगिक आजादी के लिए पृथक मिथिला राज्य के गठन को समय की मांग बताया।
धरना को संबोधित करने वाले मुख्य वक्ताओं में दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर, झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल, मधुबनी के सांसद अशोक कुमार यादव, दिल्ली विधानसभा के सदस्य संजीव कुमार झा, निगम पार्षद राम दयाल महतो, विजय भगत, श्याम मिश्रा, प्रवीण कुमार, अजीत झा, कल्पना झा सहित मिथिला मैथिली अभियानी आरएन झा, नंदन झा, विनोद शर्मा, हीरालाल प्रधान, अब्दुल अजीज, मदन कुमार झा, तपन झा, विजय कुमार चौधरी, सीताराम यादव आदि शामिल थे।
धरना प्रदर्शन के बाद समिति के अंतर्राष्ट्रीय संयोजक प्रो अमरेंद्र कुमार झा एवं मदन कुमार झा के नेतृत्व में मैथिली भाषा में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा, सोटैट, सीबीएसई और सेंट्रल स्कूल में मैथिली की पढ़ाई लागू करने, मिथिलाक्षर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पुराने आयोग को विघटित कर नए आयोग का गठन करने, दरभंगा, पूर्णिया व भागलपुर से अविलंब हवाई सेवा शुरू करने, पलायन पर रोक लगाने के लिए बंद पड़े कारखानों को अविलंब शुरू करने, दरभंगा में हाई कोर्ट की स्पेशल बेंच की स्थापना आदि मांगों से संदर्भित ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को सौंपा गया।