नई दिल्ली। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि दुनिया कोरोना वायरस की महामारी का सामना कर रही है।राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच डॉक्टरों की एक टीम ने एक साथ मिलकर आपातकाल की इस घडी में महामारी का सामना कर रहे लोगो को सहायता करने के लिए हाथ मिलाया है। एक राष्ट्रव्यापी हेल्पलाइन शुरू की जहां लोग ईमेल, कॉल, व्हाट्स ऐप या वीडियो कॉल के जरिये इन डॉक्टरों के साथ जुड़ सकते हैं । लॉकडाउन के दिन से शुरू इन डॉक्टरों निस्वार्थ भाव से लोगो की मदद करने की शुरआत करि है ताकि लोगो इससे डरे नहीं और अच्छे से इसका सामना कर सके | इस समय में लोगो को धैर्य बनाये रखने की बहुत आवश्यकता है | अब तक इन डॉक्टरों को भारत के साथ-साथ विदेशों से भी काफी प्रश्न प्राप्त हुए हैं और अब वे प्रत्येक व्यक्ति की मदद करने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं ।
COVID-19 वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों को हल्के से मध्यम सांस की दिक्कत का अनुभव होगा और विशेष उपचार की आवश्यकता के बिना ठीक हो जाएगा । बुजुर्ग लोगों को, और हृदय रोग, मधुमेह, पुरानी श्वसन रोग, और कैंसर को जायदा सतर्क रहने की आवशयकता है क्युकी उन रोगियों में इस वायरस के संक्रमण होने की सम्भावना अधिक है |
जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ शुभांक सिंह ने पहल की है और बाद में कई प्रख्यात डॉक्टर आगे आए और इस अभियान का समर्थन करने के लिए हाथ मिलाया | उन्होंने कहा कि हमारी टीम लगातार एक जागरूकता अभियान के लिए काम कर रही है, जहां वे सभी विभिन्न स्थानों का दौरा करते हैं ताकि महामारी के दौरान लोगों को क्या करना है और क्या नहीं इसके बारे में जागरूक करवा रहे है | उन्होंने यह भी कहा कि COVID 19 के संक्रमण को रोकने और धीमा करने के लिए सबसे जयादा जरुरी है लोगो को सही जानकारी देना | यह जरुरी है की लोगो को पता हो की यह बीमारी कैसे फ़ैल रही है | इसके बचने के लिए सबसे जायदा जरुरी है अपने हाथ धोना अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तिमाल करना, और एक विशेष बात इस दौरान आप अपने चेहरे को न छूकर खुद को और दूसरों को संक्रमण से बचा सकते है ।
देश में लॉकडाउन के बावजूद वायरस अभी भी दुगनी तीजी से फैल रहा है और लगभग 2000 लोगो को अपनी चपेट में ले चूका है | इसलिए, यह काफी महत्वपूर्ण चरण है जहां हम सभी को अतिरिक्त सावधानी बरतने की और डब्ल्यूएचओ और डॉक्टरों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की सख्त आवश्यकता है । हर किसी को अपने हाथो को अच्छे से धोना चाइये काम से काम 20 सेकंड और नियमित रूप से अपनी आदत बना लेना चाहिए | साबुन और पानी के साथ या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए, छींक आने पर डिस्पोजेबल टिश्यू का इस्तेमाल करे या फिर अपनी कोहनी के साथ नाक और मुंह को कवर करे | जब आपको खांसी या छींक आये तब (1 मीटर या 3 फीट) की दूरी बनाये रखे ताकि संक्रमण ना हो | अस्वस्थ लोग घर पर रहें और घर-परिवार में दूसरों से खुद को अलग-थलग करें अगर आप अस्वस्थ महसूस करते हैं।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए डॉ नीलम मोहन, बाल रोग विशेषज्ञ, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट, मेदांता- द मेडिसिटी जो इस टीम की एक वरिष्ठ सदस्य हैं, ने कहा कि “वायरस बूंद संक्रमण, करीबी संपर्क के माध्यम से फैलता है और हाल ही में हम समझ रहे है कि यह है माइक्रो ड्रॉपलेट इंफेक्शन के जरिए फैल रहा है | जब आप खांसते, छींकते या जोर से बात करते हैं तो ये बूंदें कुछ समय के लिए हवा में रहती हैं और संक्रमण को जन्म दे सकती हैं, जैसा कि डब्ल्यूएचओ ने सुझाव दिया है कि इस वायरस की उच्च संभावना हवाई संक्रमण के रूप में फैलती है जिसे हम पहले नहीं समझ पाए थे। इसके अलावा मैं कहना चाहता हूं कि यहां तक कि एक रोगसूचक इस संक्रमण को संचारित कर सकता है इसलिए सामाजिक रूप से दूरी बनाये रखना आवश्यक है | दोनों ही बाहर भी और घर के भीतर भी जितना संभव हो एक दुसरे से दूरी बना कर रखे | संक्रामक रोगों के फैलाव को रोकने या धीमा करने का यह सबसे कारगर तरीका है आपने सामाजिक दूरी बनाये रखे” |
डॉक्टर सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि “हम आभारी हैं कि माननीय प्रधानमंत्री ने “स्वास्थ्य भारत और स्वच्छ भारत अभियान” शुरू किया जहां लाखों लोगों के अपने घर में शौचालय और हाथ धोने की सुविधा है जो लाखों लोगों की जान बचाने में सहायक है, इस महामारी की स्थिति के दौरान भारत में ।
यह टीम कोरोना वायरस से लड़ने और लोगो की मदद करने के लिए 24 *7 उपलब्ध है क्योंकि एक साथ हम अपने देश में फ़ैल रहुई इस बीमारी से लड़ सकते है और उससे ख़तम कर सकते है और भारत को कोरोना से मुक्त कर सकते हैं ।