नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम दिल्ली सांसद डॉ. उदित राज की अध्यक्षता में बुधवार को दिशा कमिटी की मीटिंग डीएम आॅफिस कंझावला में संपन्न हुई। मीटिंग में उत्तर-पश्चिम जिले के डीएम सी उदय कुमार और एसडीएम वेदिथा रेड्डी की उपस्थिति में हुई। मीटिंग में विभिन्न विभागों से अधिकारी और कमिटी के प्रतिनिधि उपस्थित हुई। सरकार द्वारा तमाम महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में चर्चा की गई। कमिटी को बनाने का उद्देश्य सांसद, विधायक और क्षेत्रीय प्रतिनिधि समय-समय पर अधिकारियों से मिलकर मूल्यांकन करें।
आज की बैठक में सबसे पहले दीनदयाल अन्तोदय भोजन के तहत फूड एंड सप्लाई विभाग द्वारा इस योजना का लाभ मिलने वाले लोगों का विवरण माँगा गया कि पिछले एक वर्ष में अब तक कितने लोगों को जमीनी स्तर पर लाभ मिला है और आगे की क्या योजना है? इसके बाद नेशनल सोशल असिस्टेंट प्रोग्राम, स्वच्छ भारत मिशन, डिजिटल इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ पर समीक्षा की गई। वहीं, उज्ज्वला योजना के बारे में बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत दिए गए निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर लिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त नेशनल हेल्थ मिशन में जारी रिपोर्ट के बारे में बताया गया कि पूरे दिल्ली में उत्तर-पश्चिम जिला सर्वप्रथम स्थान पर है। इन्टीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट स्कीम और मिड मील पर विस्तार से चर्चा की गई और इसका पूरा विवरण एक सप्ताह के भीतर देने के लिए कहा गया और साथ ही साथ सर्व शिक्षा अभियान की वर्तमान स्थिति और उसके पूरे विवरण को अगली बैठक से पहले प्रस्तुत करने को कहा गया।
मीटिंग को संबोधित करते हुए डॉ. उदित राज ने कहा कि दिशा कमेटी की मीटिंग अब हर महीने की जाएगी और कोशिश होनी चाहिए कि मीटिंग में सभी लोग उपस्थित रहें। यदि इस कमेटी का सही से इस्तेमाल किया जाए तो आम जनता को इसका लाभ और अधिक मिलेगा। मीटिंग में खादी, एमसीडी, जल बोर्ड, बैंकिंग, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए साथ ही प्रतिनिधि के तौर पर लोचन गुप्ता, रचना कालरा, वरुण सैनी, डॉ. रविंदर डबास, रणधीर प्रधान इत्यादि लोग उपस्थित हुए।