गुरुग्राम। ऑटोमोबाइल सेगमेंट में कॉन्टैक्टलेस खरीदारी की भारी मांग के कारण भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन ऑटोमोबाइल मार्केटप्लेस ड्रूम ने 2021 की पहली तिमाही में 80% वृद्धि दर्ज की है। पहली बार ड्रूम ने मार्च’21 में मासिक जीएमवी में 1,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार किया है।
महामारी की शुरुआत के बाद से ड्रूम के लिए यह सबसे अच्छी तिमाही रही है। ड्रूम की इस वृद्धि के लिए कई फेक्टर जिम्मेदार है, जिसमें ऑटोमोबाइल की ऑनलाइन खरीद-बिक्री में तेजी, पिछली तिमाही में लॉकडाउन के बाद सप्लाई चेन खुलने के साथ बेहतर सप्लाई, इन्वेंट्री की कम कीमतें और सुरक्षा कारणों से राइड शेयरिंग या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने के बजाय उपभोक्ताओं की ओर से वाहन के स्वामित्व को प्राथमिकता देना शामिल है।
प्लेटफॉर्म की वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा, “हम यह बताते हुए रोमांचित हैं कि ड्रूम ने 2021 की पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 80% वृद्धि दर्ज की है। कोविड की वजह से कारोबारों में मची उथल-पुथल के बीच पिछले साल से ड्रूम की ग्रोथ ट्रैजेक्टरी लगातार बढ़ रही है। ऑटोमोबाइल सबसे बड़ी रिटेल कैटेगरी है और कोविड के बाद ऑनलाइन खरीद-बिक्री अधिक तेजी से ऑनलाइन होती जा रही है। मानव जीवन के लगभग सभी बड़े फैसले या बड़े लेन-देन जैसे, जीवन साथी की तलाश, विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना या घर खरीदना या नौकरी बदलना ऑनलाइन शिफ्ट हो रहे हैं और ऑटोमोबाइल खरीदना-बेचना इसमें अपवाद नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, “हमने न केवल ऑटोमोबाइल के लिए दुनिया का पहला प्योर प्ले ऑनलाइन मार्केटप्लेस बनाने में पिछले सात साल और करोड़ों डॉलर खर्च किए हैं, बल्कि ऑटोमोबाइल की खरीद और बिक्री के ऑनलाइन शिफ्ट को सक्षम करने के लिए फर्स्ट माइल, मिड माइल और लास्ट माइल सेवाओं के पूरे इकोसिस्टम को भी विकसित किया है। महामारी की दूसरी लहर के थमने के बाद हम दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य-पूर्व और अफ्रीका में अपना विस्तार जारी रखने की योजना बना रहे हैं।”
ड्रूम को उम्मीद है कि पिछले साल कोविड की पहली लहर में कमजोर प्रदर्शन की तुलना में वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बढ़ोतरी तीन अंकों में होगी। पिछले साल अप्रैल से जुलाई तक पूरी सप्लाई चेन ही चार महीने के लिए ठहर गई थी। कोविड की दूसरी लहर पहले की तुलना में अधिक खराब थी, पुराने ऑटोमोबाइल से जुड़ा उद्योग मजबूत रहा और पूरे इकोसिस्टम ने पिछले साल से कई सबक सीखे थे और वह इसका सामना करने के लिए मजबूती और अच्छी तरह से तैयार रहा। महामारी से पहले, ड्रूम ने थाईलैंड और मलेशिया जैसे देशों में अपने फुटप्रिंट का विस्तार किया था और वह अपने पुराने वाहनों के मूल्य निर्धारण इंजन OBV (ऑरेंज बुक वैल्यू) के साथ अब 38 देशों में उपलब्ध है।