पिछले वित्त वर्ष में छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 9 परियोजनाओं से 36625 महिलाएं और 956 पुरुष हुए लाभांवित।
नई दिल्ली। केयर इंडिया के स्थायी आजीविका कार्यक्रम अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं को पारपंरिक कृषि आधारित व्यवसायों से बाहर निकलने में सक्षम बनाने, उनके संसाधन आधार को मजबूत बनाने और अपने अधिकार एवं हक हासिल करने में सक्षम बनाने, एवं काम करने वालों एवं बाजार निर्धारकों के साथ आत्मविश्वास और प्रत्यक्ष भागीदारी के जरिये सशक्त बना रहे हैं। केयर के कार्यक्रम आजीविका कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में ऐसी महिलाओं की पहचान करते हैं जो लघु कृषि, लघु उद्योग में कार्यरत हैं, या कृषि या गैर-कृषि श्रमिक के रूप में कार्य कर रही हैं। पिछले वित्त वर्ष के दौरान छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 9 परियोजनाओं के जरिये 36625 महिलाओं और 956 पुरुषों को लाभ पहुंचा है।
ओडिशा के कालाहांडी और कंधमाल जिलों में कार्यान्वित पाथवे परियोजना में प्रति व्यक्ति कृषि आय में वृद्धि हुई है और यह 83 रुपए से बढ़कर 128 रुपए हो गई है। पुरुष और महिला-नेतृत्व वाले दोनों परिवारों की आय तीन गुना बढ़कर क्रमशः 85 प्रतिशत और 82 प्रतिशत हो गई है। ओडिशा के नबरंगपुर में 493 महिला किसानों ने कृषि उत्पादकता में सुधार के जरिये अपनी आय में 103 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है। 15 एग्री-कियोस्क, कालाहांडी और कंधमाल जिलों में 8000 से अधिक महिला किसानों को मिट्टी परीक्षण, बीज चयन, कीटनाशक, हर्बीसाइड, फंगीसाइड और नवीनतम कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने जैसी सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं।
केयर इंडिया की टेक्नीकल डायरेक्टर, इकोनॉमिक डेवलपमेंट, सुश्री भारती जोशी ने कहा कि हमारे कार्यक्रम अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के हिस्से के रूप में उनके ज्ञान और कौशल को बढ़ाने पर केंद्रित हैं। हमारे कार्यक्रम यह सुनिश्चित करते हैं कि कृषि आधारित व्यवसायों में महिलाओं द्वारा काम करने के तरीकों में एक आदर्श बदलाव आए। बाजार भागीदारी, उद्यमशीलता, व्यावसायिक साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, स्वच्छ रसोई ईंधन, घरेलू वायु प्रदूषण और जल संचयन कुछ प्रमुख मुद्दे हैं, जिन पर हम एक समग्र प्रभाव के लिए अपने सभी आजीविका कार्यक्रामों में काम कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, हम समान और स्थिर उद्यमी विकास के लिए एक लिंग-परिवर्तनकारी दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए पुरुषों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।