किसानों पर सियासत कर गए राहुल 

मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में 6 जून 2017 को हुए गोलीकांड को कोई नहीं भूल पाया है। आज इस त्रासदी को हुए एक साल हो गया। लेकिन, उन छह किसानों के परिवारों के जख्म आज भी हरे हैं, जो बेवजह काल का ग्रास बने थे। वह छह तो अपनी मांगों को मनवाने के लिए और अपना हक पाने के लए सड़कों पर उतरे थे लेकिन सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते उन्हें बेमौत मरना पड़ा था।मध्य प्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां अपने एक बयान से राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हैं और राहुल गांधी ने कहा है कि अगर यहां कांग्रेस की सरकार बनती है तो दस दिनों के भीतर किसानों का कर्जा माफ कर दिया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह बयान मंदसौर में आयोजित ‘किसान समृद्धि संकल्प रैली’ में दिया है। पिछले साल मंदसौर में आंदोलित किसानों पर पुलिस ने गोली चला दी थी और इस घटना में छह लोग मारे गए थे। आज इसी घटना की बरसी पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था।राहुल छह जून को मंदसौर में रहे यहां उन्होंने किसानों को ढाल बनाकर राज्य सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई। राहुल ने यहां तक कह दिया कि अगर मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो सरकार बनने के 10 दिन तक राज्य का हर किसान कर्ज मुक्त होगा। मतलब साफ है कि पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमले कर और किसानों को ढाल बनाकर अपना पलड़ा भारी करने में लगा हुआ है।
भले ही मंदसौर गोली कांड को आज एक साल हो गया लेकिन किसानों की मांगे आज भी पूरी नहीं है। सरकार की वादाखिलाफी का आलम यह है कि किसान आज भी अपनी मांगों को लेकर मध्यप्रदेश में आंदोलन के लिए मजबूर है। किसानों का 10 दिवसीय आंदोलन एक बार फिर जारी है जो एक जून से शुरू हुआ है और 10 जून तक चलेगा।6 जून 2017 को मंदसौर में हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों की श्रद्धांजलि सभा में मृतकों के परिजन पहुंचे। इस दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए 17 साल के अभिषेक की मां ने कहा कि अभिषेक वहां पर किसान आंदोलन में देखने के लिए गया था। लेकिन, पुलिस फायरिंग में उसकी मौत हो गई। मां का कहना है कि भागते वक्त उसे पुलिस की दूसरी लगी जिसकी वजह से उसने दम तोड़ा था। अभिषेक की मां कहना है कि अभिषेक के लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि सरकार किसानों की मांगों को मान ले।

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