‘सैमसंग इनोवेशन कैंपस’ के छात्रों का पहला बैच कोडिंग और प्रोग्रामिंग एवं आईओटी में सर्टिफिकेट के साथ हुआ स्नातक

नई दिल्ली। सैमसंग इंडिया के प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम सैमसंग इनोवेशन कैंपस ने नई दिल्ली में अपने 78 छात्रों के पहले बैच के लिए कोडिंग और प्रोग्रामिंग एवं आईओटी कोर्स का समापन किया। इस प्रोग्राम के साथ सैमसंग ने एक बार फिर #PoweringDigitalIndia के अपने मिशन में भारत का एक मजबूत भागीदार बनने और सरकार के साथ मिल कर देश के युवाओं को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।

राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (NSIC), नई दिल्ली में मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को शुक्रवार को आयोजित एक समारोह में प्रमाण पत्र प्रदान किए गए है।

राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) से अनुमोदित इकाई ESSCI, अपने अनुमोदित प्रशिक्षण और शिक्षा भागीदारों के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के माध्यम से इस कार्यक्रम को क्रियान्वित कर रही है।

कोडिंग और प्रोग्रामिंग कोर्स का हिस्सा रहे छात्रों की टीमों ने 3-दिवसीय हैकथॉन में भाग लिया जिसमें उन्होंने उन्हें दी गई प्रॉबलम के आधार पर कोड विकसित किए।

छात्रों के सामने पेश की गई प्रॉबलम में सड़क रखरखाव पर सिटिजन फीडबैक विकसित करने, नॉलेज मैनेजमेंट पोर्टल बनाने, वनों की कटाई के प्रयासों का ऑटोमेशन, जीएसटी कैलकुलेटर, ई-गवर्नेंस के लिए चैट सपोर्ट और किसानों के लिए कीटों से फसलों की रक्षा के लिए एक अर्ली वार्निंग सिस्टम जैसे विषय शामिल थे। टीमों ने सैमसंग आरएंडडी इंस्टीट्यूट, नोएडा और सैमसंग आरएंडडी इंस्टीट्यूट, दिल्ली के इंजीनियरों की एक जूरी के सामने अपने प्रोटोटाइप पेश किए।

सैमसंग इंडिया ने एआई, आईओटी, बिग डेटा और कोडिंग और प्रोग्रामिंग जैसे भविष्य के तकनीकी डोमेन में 3,000 पिछड़े युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हें इससे जुड़ी नौकरियां पाने में मदद करने के उद्देश्य से देश भर के आठ कैंपस में अपना सैमसंग इनोवेशन कैंपस प्रोग्राम लॉन्च किया था।

इस प्रोग्राम के दौरान, प्रतिभागियों को देश भर में ESSCI के अनुमोदित ट्रेनिंग और शिक्षा भागीदारों के माध्यम से प्रशिक्षक द्वारा ब्लेंडेड क्लासरूम और ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त होता है।

कार्यक्रम के लिए नॉमिनेशन करने वाले युवा क्लासरूम और ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसी के साथ वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा और कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग में से अपने चुने गए टेक्नोलॉजी एरिया में कैपस्टोन प्रोजेक्ट का काम पूरा कर रहे हैं। यहां उन्हें अपनी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और संबंधित संस्थानों में नौकरी भी प्रदान की जाएगी।

एआई कोर्स को चुनने वालों को 270 घंटे का थ्योरी प्रशिक्षण और 80 घंटे का प्रोजेक्ट वर्क पूरा करना होगा, जबकि आईओटी या बिग डेटा कोर्स करने वालों को 160 घंटे का प्रशिक्षण और 80 घंटे का प्रोजेक्ट वर्क पूरा करना होगा। कोडिंग और प्रोग्रामिंग कोर्स का चयन करने वाले प्रतिभागियों को 80 घंटे का प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा, और इसी के साथ ही हैकाथॉन में भी भाग लेना होगा।

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