नई दिल्ली। दस वर्ष पूरे होने की खुशी में, फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ सेंटर ने एक समारोह आयोजित किया। प्रसिद्ध फिल्म एवं थियेटर कलाकार पूनम ढिल्लों कार्यक्रम की सम्मानित अतिथि थीं। फर्टिलिटी, आईवीएफ व अन्य सहायक गर्भधारण उपचार के लिए भारत के प्रमुख प्रदाता, ब्लूम आईवीएफ द्वारा इलाज करा चुके लगभग 20 जोड़े भी इस कार्यक्रम का हिस्सा थे। बताया गया कि इन्फर्टिलिटी की समस्या आज लगभग 15 प्रतिशत जोड़ों को प्रभावित करती है। पिछले कई वर्षों में, ब्लूम आईवीएफ ग्रुप ने इस समस्या का सामना करने वाले कई जोड़ों के चेहरों पर मुस्कराहट ला दी है, जिससे उन्हें विभिन्न सहायक प्रजनन तकनीकों के माध्यम से गर्भधारण करने में मदद मिलती है। सेंटर के पास देश-विदेश के 25,000 से अधिक मरीज ऐसे हैं जिन्हें 40 से 55 प्रतिशत तक कामयाबी मिल चुकी है और इनमें ज्यादातर 35 वर्ष से कम आयु की महिलाएं हैं।
इस अवसर पर फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ सेंटर, दिल्ली व गुड़गांव के डायरेक्टर – आईवीएफ एवं इन्फर्टिलिटी डॉ. हृषिकेश डी पाई ने कहा कि फोर्टिस हॉस्पिटल के साथ ब्लूम आईवीएफ के सहयोग की 10वीं वर्षगांठ मनाना उत्साहजनक है। पिछले दशक में हमारी यात्रा उल्लेखनीय रही है और जैसे कि हम आज बच्चों को उनके माता-पिता के साथ देख रहे हैं, तो लगता है कि अंतत: यह हमारी सच्ची उपलब्धि रही है। बात को आगे बढ़ाते हुए, फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ सेंटर, दिल्ली व गुड़गांव की डायरेक्टर – आईवीएफ एवं इन्फर्टिलिटी तथा फेडरेशन आॅफ आॅब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटीज आॅफ इंडिया की प्रेसीडेंट-इलेक्ट डॉ. नंदिता पालशेटकर ने कहा कि आज जबकि इन्फर्टिलिटी चिंता की एक वजह है और तेजी से आम हो रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसके कारण बच्चे होंगे ही नहीं। आधुनिक टैक्नोलॉजी के चलते इन्फर्टिलिटी के क्षेत्र में विज्ञान ने नयी क्षमताएं हासिल की हैं। ऐसे लगभग सभी मामलों का इलाज करना संभव है, जिन्हें लंबे समय तक लाइलाज माना जाता था। आईवीएफ, आईसीएसआई, पेसा और टेसा जैसी तकनीकें उन पुरुषों तक के लिए आशा की एक किरण साबित हो रही हैं, जिनमें वेस अनुपस्थित है या टेस्टिकुलर फैल्योर का मामला है। हम सावधानी से सभी मामलों पर विचार करते हैं और प्रत्येक जोड़े के लिए उपयुक्त सर्वोत्तम उपचार पद्धति प्रदान करते हैं।
जानी-मानी अभिनेत्री पूनम ढिल्लों ने कहा कि माता-पिता बनने की भावना बेजोड़ होती है। किसी को अपने बच्चे के चेहरे को पहली बार देखकर जो खुशी मिलती है वो और कहीं से नहीं मिल सकती। हालांकि, कई ऐसे जोड़े हैं जिनके बच्चे नहीं हो सकते। ब्लूम आईवीएफ, अपनी उन्नत तकनीकी शक्ति के साथ धीरे-धीरे इस स्थिति को बदल रहा है। इन 20 जोड़ों की उपस्थिति से यह बात अच्छी तरह साबित भी होती है। इनको लाभ मिला है और अब ये सुंदर बच्चों के गवीर्ले माता-पिता हैं। मैं इन्हें शुभकामनाएं देती हूं और मुझे यकीन है कि फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ इस क्षेत्र में ऐसे ही अच्छे काम जारी रखेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, फोर्टिस ला फेम की सीओओ, सुश्री अनिका पराशर ने कहा कि इन्फर्टिलिटी की चिकित्सा के लिए भारत को दुनिया भर में सबसे पसंदीदा ठिकाना माना जाता है। उन्नत तकनीक और कम लागत वाले उपचार विकल्पों के कारण, भारत फर्टिलिटी केअर के मामले में सबसे लोकप्रिय डेस्टिनेशन बन चुका है। जाने-माने विशेषज्ञों के पैनल के साथ फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ जैसे सेंटर इस तथ्य के गवाह हैं। आईवीएफ में अनुभव और कौशल की बात करें तो ब्लूम के चिकित्सकों की तुलना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों से की जा सकती है। इन्होंने कई उपचार पद्धतियों को आगे बढ़ाया है जिनसे परिवार शुरू करने के इच्छुक तमाम जोड़ों को लाभ हुआ है। ब्लूम ने कई ऐसे जोड़ों को मुस्कराहट की एक वजह दी है, जिन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके बच्चा होना संभव है।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था 20 जोड़ों का अपने बच्चों के साथ एक रैम्प पर चलना। एक मनोरंजक जादू शो बच्चों के लिए रखा गया था। फोर्टिस ला फेमे के लगभग 30 फैकल्टी सदस्य भी कार्यक्रम का हिस्सा बने। ब्लूम आईवीएफ में जिन विकारों का इलाज हो चुका है उनमें अवरुद्ध या क्षतिग्रस्त फेलोपियन ट्यूब, ओवुलेशन की समस्याएं, शुक्राणुओं की कम संख्या या उनसे संबंधित अन्य मुद्दे व एंडोमेट्रिओसिस आदि प्रमुख हैं।