डूडल के जरिये गूगल ने दादा साहब फालके को श्रद्धांजलि दी

नई दिल्ली। भारतीय सिनेमा के जनक माने जाने वाले दादा साहब फालके को आज गूगल ने उनकी 148वीं जयंती पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है. भारत की पहली मूक फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ बनाने का श्रेय उन्हीं को जाता है. दादा साहब फालके ने अपने 19 साल के करियर में 95 फिल्में और 27 शॉर्ट फिल्में बनाईं. आज के गूगल डूडल में फिल्म निर्माण से जुड़े उनके कामों को दिखाया गया है.
दादा साहब फालके का जन्म 30 अप्रैल, 1870 को महाराष्ट्र के नासिक में हुआ था. उनके पिता शास्त्री फालके एक नामी विद्वान थे. बचपन से ही दादा साहब की रुचि कला की तरफ थी. उन्होंने इसकी पढ़ाई भी की. 1885 में उन्होंने जेजे कॉलेज ऑफ आर्ट में दाखिला लिया. दादा साहब ने फोटोग्राफी, आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग और संगीत समेत अन्य विषयों का अध्ययन किया. जब वे एक पेंटर और थियेटर सेट डिजाइनर के तौर पर काम कर रहे थे तो उस समय संयोग से उन्हें ‘द लाइफ ऑफ क्राइस्ट’ नाम की एक साइलेंट फिल्म देखने का मौका मिला.
उसके बाद दादा साहब फालके ने भारत में फिल्म बनाने का फैसला किया. इसके लिए वे लंदन गए और फिल्म निर्माण का काम सीखा. मुंबई लौटने के बाद उन्होंने एक फिल्म कंपनी की स्थापना की. बाद में उन्होंने अपने बैनर तले ‘राजा हरिश्चंद्र’ बनाई. साल 1969 में भारत सरकार ने उनके नाम पर दादा साहब फालके पुरस्कार की शुरुआत कर उनके काम को श्रद्धांजलि दी. यह पुरस्कार हिंदी सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है.

 

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