नई दिल्ली। पिछले 11 महीनो से नवरत्न फाउंडेशन्स द्वारा चल रही संगीतमयी श्रंखला “जो आये वोह गाये” का आज ग्यारहवां संस्करण सेमीफाइनल के रूप में एन.ई.ऐ. के सभागार में संपन्न हुआ. गत 10 महीनो में भाग लेने वाले 260 गायकों में से पहले 40 गायकों को उनके प्रतिभाशाली गायकी के आधार पर चुना गया था. आज उन्ही में से 18 श्रेष्ठ गायकों को उनकी बेहतरीन प्रस्तुतिकरण के आधार पर छ: संगीत गुरुओं ने चयन किया. अब इस श्रंखला का ग्रैंड फिनाले आगामी आठ अप्रैल को दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में होगा जिसमे इस वर्ष के सर्वोत्तम गायक का चयन होगा.
जैसा की विदित है की “जो आये वोह गाये” एक ऐसा मंच है नवरत्न द्वारा जिसमे उन गायकों को मौका दिया गया जो गाते तो थे लेकिन कोई माध्यम न मिलने के कारण कभी अपनी गायकी को समाज में प्रदर्शित कर नहीं पाए थे और जब मौका मिला तो उन्होंने इस कार्यक्रम के माध्यम से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. आज के चयनकर्ता गुरु थे श्रीमती तुहिना चटर्जी, श्री संजय पण्डे, देबू मुख़र्जी, सोमेश्वर शर्मा, पंकज माथुर, कपिल तिवारी जिन्होंने फिनाले के लिए जिन गायकों को चुना है वो हैं शिवम् खन्ना, गुर्जोत सिंह, कुमारी प्रांजलि मिश्रा , पाखी सैकिया, दिव्या, नीलांजन बासु, प्रतीक गौतम, अभिषेक माथुर, संजीव अरोड़ा, सन्देश पाण्डेय, सुमित कुमार अधिवक्ता, सुहैल सैफी, शुभम गुप्ता, एस. अर्जुन, रमण पाण्डेय, गुलज़ार काज़मी तथा सी.आर.पी.एफ. के डी.आई.जी. श्री विनीत कुमार एवं वरिष्ठ आयकर अधिकारी श्रीमती शारदा.
कार्यक्रम का संचालन अदित भटनागर ने किया तथा संगीत दिया गन्धर्व बैंड ने एवं अंत में उत्कर्ष शर्मा के गीतों ने सभी का मन मोह लिया. इसके साथ नवरत्न के सरंक्षक श्री अरविन्द श्रीवास्तव जी ने नवरत्न की गतिविधियों पर विस्तृत प्रकाश डाल कर ग्रैंड फिनाले की सफलता के लिए आशीर्वाद प्रदान किया. इस सेमीफाइनल में विशेष रूप से श्री अरविन्द श्रीवास्तव, डॉ. कल्पना भूषण, अशोक तकियार, वीरेंद्र सर, श्रीमती गीता मिश्रा, अनिल मिश्र, कृषण मोहन, कृष्णा झा, श्रीमती शालिनी पीटर, अजय सक्सेना, श्रीमती एवं कवि गौरव मीत चौधरी, चितरंजन सक्सेना, विनीत खरे, कैप्टेन अशोक गुलाटी, डॉ. रामेश्वर, श्रीमती अरुणा एवं आरोही, श्रीमती सुशीला श्रीवास्तव, मोहित शर्मा, सुभाष भाटिया जी, श्रीमती निशी अवम विवेक कुलश्रेष्ठ ने महती उपस्थिटी दर्ज करी और इस श्रंखला को सफल बनाने में एन.ई.ऐ., क्लब-26, ट्राई ग्रुप ऑफ़ म्यूजिक, स्पर्श-एहसास ज़िदगी का, डी.एम.एस.-आरोही एवं हार्मोनी वेव का बहूत योगदान रहा.