केरला ब्लास्टर्स, मुम्बई सिटी के लिए अलग-अलग लक्ष्य

कोच्चि । मौजूदा उपविजेता केरला ब्लास्टर्स रविवार को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में मुम्बई सिटी एफसी के खिलाफ हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन का अपना तीसरा मुकाबले खेलेगी। अब तक घर में खेले गए बीते दो मुकाबलो में वह नफा-नुकसान से दूर रही है। केरला ब्लास्टर्स ने अपने घर में सीजन-4 के उद्घाटन मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन एटीके का सामना किया था, जो गोलरहित ड्रॉ रहा था। इसके बाद उसका सामना पदार्पण कर रही जमशेदपुर एफसी से हुआ और यह मैच भी बिना गोल के समाप्त हुआ। अब केरल की टीम तीसरी बार अपने घर में अजेय रहने का क्रम बरकरार रखना चाहेगी।
केरला ब्लास्टर्स इस सीजन में तीसरी ऐसी टीम है, जिसने अब तक जीत नहीं हासिल की है। उसका सामना एक ऐसी टीम से हो रहा है, जिसे अपने पिछले मैच में पुणे सिटी से हार मिली थी। मुम्बई की टीम इस बात का फायदा उठाना चाहेगी कि केरल ने अपने घर में अब तक एक भी गोल नहीं किया है और यह बात उसे मनोबल प्रदान करेगी। हालांकि दो बातों से उसे सावधान रहना होगा। उसे यह नहीं भूलना होगा कि केरल बीते सीजन की उपविजेता है और वह अपने जुनूनी प्रशंसकों के सामने तीसरी बार खेल रही होगी। केरल को लगातार तीन मैच घर में खेलने के बाद 9 दिसम्बर को गोवा में एफसी गोवा से भिड़ना है।
‘येलो आर्मी’ नाम से मशहूर केरला ब्लास्टर्स के कोच रेने मुलेनस्टीन ने संकेत दिए हैं कि मैनचेस्टर युनाइटेड के पूर्व डिफेंडर वेस ब्राउन को इस मैच में शुरुआती एकादश में खेलने का मौका शायद नहीं मिले क्योंकि सेंटर बैक में संदेश झिंगन और नेमजाना पेसिक बेहतरीन फार्म में चल रहे है। रेने ने यह भी कहा कि प्रशंसक ही नहीं, इस टीम से जुड़े सभी लोग इसे लेकर उत्सुक थे कि केरल के लिए इस सीजन का पहला गोल कौन करेगा। रेने ने मैच पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘हम अभी भी एक टीम के तौर पर विकसित हो रहे हैं। दूसरे मैच में हम बेहतर खेले थे। हमने गेंद पर बेहतर नियंत्रण रखा था। हमने मौके बनाए लेकिन इसके बावजूद सफल नहीं हो सके। अब देखना यह है कि इस सीजन का पहला और सबसे अहम गोल कौन करता है। इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। हर खिलाड़ी इस ओर केंद्रित है कि हमें मैच जीतने के लिए गोल करने होंगे।’’
मुम्बई सिटी के मुख्य कोच एलेक्सजेंडर गुइमारेस को अब तक काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। कारण यह है कि चौथे सीजन के शुरुआत चार में से तीन मैच उनकी टीम को घर से बाहर खेलना पड़ा है। गुइमारेस ने कहा, ‘‘हमें पुणे के खिलाफ हुए कठिन मैच से उबरना होगा और हर तरह के दबाव के लिए तैयार रहना होगा। हमारे खिलाड़ी तीन अंक हासिल करने के लिए अपना सबकुछ झोंकने के लिए तैयार हैं और फिर वे अपने घर में सुकून के साथ लगातार दो मैच खेलेंगे।’’
केरल की टीम अपने तीसरे मैच में हर हाल में जीत चाहती है और बीते दो मैचों से उसका आत्मबल भी बढ़ा है और इसी के दम पर वह एक बार फिर फाइनल में पहुंचना चाहेगी। जहां तक गुइमारेस की टीम का सवाल है तो उनकी उनकी टीम को काउंटर अटैक को अच्छी तरह संचालित करना होगा। गुइमारेस इस साल रीटेन किए गए एकमात्र कोच हैं और उनकी देखरेख में मुम्बई की टीम जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी।

 

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