होम्योपैथी की पहुंच प्रत्येक घर में होनी चाहिए: सत्येन्द्र जैन

नई दिल्ली। होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुएल हनीमैन के जन्म की 263वीं सालगिरह के मौके पर 22 अप्रैल 2018 को दिल्ली के प्यारे लाल भवन में एक पैनल चर्चा आयोजित की गई। बोर्ड ऑफ होम्योपैथिक सिस्टम ऑफ मेडिसिन, दिल्ली और दिल्ली होम्योपैथिक फेडरेशन ने इस चर्चा का आयोजन किया था। इसका विषय था, होम्योपैथी की दुनिया में भारत की रणनीतिक स्थिति। इस मौके पर फिल्म, “जस्ट वन ड्रॉप” के एक्सक्लूसिव प्रदर्शन का आयोजन भी किया गया। दिल्ली के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री श्री सत्येन्द्र कुमार जैन इस मौके पर मुख्य अतिथि थे और सेंट्रल कौंसिल ऑफ होम्योपैथी ने चर्चा की अध्यक्षता की। श्री जैन ने कहा कि दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक में जल्दी ही होम्योपैथी की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
चर्चा करने वाले पैनल में शामिल थे, डॉ राम जी सिंह, प्रेसिडेंट, सेंट्रल कौंसिल ऑफ होम्योपैथी, डॉ. अरुण भस्मे, उपाध्यक्ष, सेंट्रल कौंसिल ऑफ होम्योपैथी डा एस एम सिंह निदेशक श्री साई नाथ स्नातकोत्तर होम्योपैथी संस्थान, इलाहाबाद और डॉ नंदिनी शर्मा, उपाध्यक्ष स्थायी समिति, एसडीएमसी। पैनल चर्चा की शुरुआत, केंद्रीय परिषद के अध्यक्ष डॉ आरके मनचंदा, महानिदेशक सीसीआरएच, भारत सरकार ने की। वैज्ञानिक समिति में डॉ. आरसी अग्रवाल, डॉ. प्रीतम सिंह और डॉ. एके गुप्ता शामिल थे। इस आयोजन के दौरान देश और विदेश में होम्योपैथी के विकास, शिक्षा और अनुसंधान से जुड़ी परियोजनाओं के संबंध में जानकारी दी गई। सीसीआरएच ने आयुष मंत्रालय के तहत इस संबंध में कई देशों के साथ करार किया है। इसके तहत कालजों और अनुसंधान केंद्रों में होम्योपैथी को स्थापित और लोकप्रिय बनाने के लिए तकनीकी सहायता मुहैया कराई जाएगी।
इस मौके पर लॉरेल चितेन की बनाई अंतरराष्ट्रीय फिल्म “जस्ट वन ड्रॉप” का प्रदर्शन किया गया। इस वृत्त चित्र में होम्योपैथी की अनकही कहानी को जानने समझने की कोशिश की गई है। फिल्म के मीडिया सलाहकार डॉ. एके गुप्ता ने कहा कि यह फिल्म दवाइयों के अब तक की सबसे विवादास्पद रूपों पर खुलकर चर्चा करती है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी पूरे व्यक्ति का उपचार करती है सिर्फ बीमारी का नहीं। यह दवा का खास रूप है जो बारीक खुराक से शरीर से प्रेरित करता है जिससे शरीर खुद को स्वस्थ करता है। डॉ. गुप्ता ने कहा मीठी गोलियों की यह छोटी खुराक और होम्योपैथिक चिकित्सक का मीठा व्यवहार मरीज को ठीक कर देता है।
दिल्ली के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री श्री सत्येन्द्र कुमार जैन ने कहा कि होम्योपैथी एक सुरक्षित दवा प्रणाली है और लोगों को इसका उपयोग करना चाहिए क्योंकि यह प्रभावी तो है ही इसका कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, बीआर सुर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज और बेकसन होम्यैपथिक कॉलेज के टॉप छात्रों को बधाई दी और हर तरह की सहायता का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने सीसीएच के प्रेसिडेंट डॉ. रामजी सिंह और बी जैन पबलिशर्स श्री कुलदीप जैन को होम्योपैथी की विशिष्ट सेवा के लिए होम्यो रतन अवार्ड दिए।
बोर्ड ऑफ होम्योपैथिक सिस्टम ऑफ मेडिसिन दिल्ली के चेयरमैन, केके जुनेजा ने बताया कि दिल्ली होम्योपैथिक बोर्ड में 4000 से ज्यादा होम्योपैथिक चिकित्सक पंजीकृत हैं। यह दिल्ली में दो साल का होम्योपैथिक फार्मैसी कोर्स भी चलाता है। इस आयोजन में डॉ. श्रीमती के सेठी, होम्योपैथिक सलाहकार, आयुष मंत्रालय, और डॉ. मृदुला पांडे, डिप्टी डायरेक्टर होम्योपैथी दिल्ली ने भी हिस्सा लिया और उपस्थित रहीं। दिल्ली होम्योपैथिक बोर्ड के वाइस चेयरमैन डॉ. एके कौशिक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।.

 

 

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