नई दिल्ली। भारतीय वाहन बाजार में बिक्री बाद की सेवाओं के मामले में दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी हुंडई ग्राहक संतुष्टि के पैमाने पर अव्वल रही है जबकि मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स दूसरे स्थान पर रहे हैं। जे डी पावर द्वारा आज जारी भारतीय ग्राहक सेवा सूचकांक में हुंडई को 1000 में से 923 अंक मिले हैं। टाटा मोटर्स को मारुति सुजुकी को 893 अंक प्राप्त हुए हैं। भारतीय वाहन बाजार का औसत 877 अंक है। महिंद्रा, निसान, डैटसन, होंडा, फोर्ड, टोयोटा, शेवरले, रेनॉ और फॉक्सवैगन ग्राहक संतुष्टि के मामले में औसत से कम हैं। ग्राहकों की संतुष्टि सेवा की पहल, सेवा सलाह, सेवा की गुणवत्ता, सेवा सुविधा और वाहनों की पिक अप से आंकी जाती है। ग्राहक इनमें सबसे अधिक तवज्जो सेवा की गुणवत्ता को देते हैं। अध्ययन के अनुसार वाहनों के मालिक वाहनों की खरीद के बाद सेवा सलाहकार के साथ बातचीत को अब ज्यादा महत्व देने लगे हैं।
यह सूचकांक मई 2015 से अगस्त 2016 के बीच नये वाहन खरीदने वाले ग्राहकों के जवाब पर अधारित है। इसके लिए इस साल मई से अगस्त के बीच सर्वेक्षण किया गया। इस अध्ययन से यह भी बात सामने आयी है कि वाहन क्षेत्र में ग्राहकों की संतुष्टि गत साल के 880 अंक के मुकाबले इस साल तीन अंक कम हुई है। कमी आने के मुख्य कारक सेवा पहल, सेवा सलाह और सेवा सुविधा रहे हैं। वाहन खरीदार सेवा गुणवत्ता से खुश दिखे हैं। करीब 87 फीसदी वाहन खरीदारों ने बताया कि पहली बार की गयी सर्विसिंग अच्छी थी और उनके वाहन को धोया भी गया तथा वैक्यूम से साफ भी किया गया। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 24 प्रतिशत ग्राहकों ने बताया कि वे अपने वाहन की सर्विसिंग के दौरान डीलरशिप पर रहे। इन ग्राहकों में से 58 प्रतिशत का कहना है कि डीलरशिप पर उन्हें खाने-पीने के काउंटर, इंटरनेट सुविधा, टेलीविजन और मोबाइल की चार्जिग प्वांइट जैसी छह या उससे अधिक सुविधायें प्रदान की गयीं। गत साल मात्र 38 प्रतिशत ग्राहकों ने अधिक सुविधा प्रदान करने की बात की थी। सूचकांक में टाटा मोटर्स के दूसरे स्थान पर रहने पर खुशी व्यक्त करते हुये कंपनी के यात्री वाहन कारोबार के अध्यक्ष मयंक पारीक ने कहा कि गत साल के मुकाबले हम एक सीढ़ी ऊपर पहुँचे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राहक संतुष्टि में वाहन बाजार का औसत 880 से घटकर 877 अंक हो गया लेकिन टाटा मोटर्स ने पांच अंक की बढ़त हासिल की है।