रोहतक। मैनेजमेंट एक ऐसा विकल्प है, जिसे किसी भी स्ट्रीम का छात्र करियर के रूप में चुन सकता है। इसके न्यूट्रल नेचर के कारण ही यह बहुत ही कम समय में लोकप्रिय विकल्प बन गया है। मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा के बाद डीयू-जेएटी, सिम्बॉयसिस, एनपीएटी, नार्सी मोंजी, मुंबई, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, क्राइस्ट यूनिवर्सिटी और आईआईएम रोहतक में आईपीएमएटी और आईआईएम रोहतक में आईपीएमएटी को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है।
दी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम), रोहतक हर साल एक एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन करता है, जिसमें 20,000 से भी ज्यादा छात्र भाग लेते हैं। इस एप्टीट्यूड टेस्ट के जरिए छात्रों को मैनेजमेंट में 5 साल के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में प्रवेश पाने का मौका मिलता है। प्रवेश की प्रक्रिया में आईपीएम एप्टीट्यूड टेस्ट शामिल है, जिसके कट-ऑफ को क्लियर करने के बाद रिटेन एबिलिटी टेस्ट (डब्ल्यूएटी) और पर्सनल इंटरव्यू (आईपी) होता है।
प्रथम एजुकेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री अंकित कपूर ने बताया कि, “अपने लक्ष्य में सफलता के लिए पहले से ही प्लान तैयार करना आवश्यक होता है। जिस परीक्षा के लिए आप तैयारी शुरु करने वाले हैं, पहले उसके पैटर्न व स्ट्रक्चर को अच्छे से समझना जरूरी है। किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय और डेडिकेशन की आवश्यकता होती है। गणित और वर्बल एबिलिटी के सभी बेसिक कॉन्सेप्ट्स को कवर करें। इस प्रकार आपको प्रश्नों को समझने में आसानी होगी। उम्मीदवारों को हाइयर मैथमेटिक्स पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए क्योंकि परीक्षा में इससे आधारित कई सवाल पूछे जाते हैं। प्रथम एजुकेशन, इस प्रकार की प्रवेश परीक्षाओं में सफलता के लिए छात्रों का मार्गदर्शन करता है। आईआईएम-आईपीएम रोहतक के लिए छात्रों के अंको को बेहतर करने के उद्देश्य के साथ प्रथम अलग-अलग प्रकार की रणनीतियां तैयार करता है।”