मुंबई। रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्षीय विवान कारुलकर ने विश्वविख्यात उद्यमी एलन मस्क की प्रेरक जीवनी “इलोन मस्क: द मैन हू बेंड्स रियलिटी” लिखी है। विवान एक प्रतिभाशाली किशोर लेखक और वैज्ञानिक हैं, जिन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। केवल 15 वर्ष की उम्र में उन्हें निकट-पृथ्वी वस्तुओं की पहचान के शोध के लिए इन-प्रिंसिपल पेटेंट मिला था। विवान ने सनातन धर्म पर दो पुस्तकें लिखी हैं, जिनका लोकार्पण अयोध्या के श्रीराम मंदिर और राष्ट्रीय स्तर पर हुआ।एलन मस्क पर उनकी यह तीसरी पुस्तक मस्क के जीवन, नवाचार और प्रेरणात्मक सोच को उजागर करती है। विवान ने आठ साल की उम्र से मस्क का अध्ययन किया है।
विवान का लक्ष्य है कि वे स्वयं मस्क को यह पुस्तक भेंट करें। यह कृति युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा और नवाचार का संदेश लेकर आई है।