वाराणसी। काशी तमिल संगमम 3.0 में शामिल होने के लिए छात्र, शिक्षक व लेखकों का पहला दल वाराणसी पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी विजन को साकार करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की पहल पर यह आयोजन हो रहा है। पहले दल के स्वागत के लिए शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव श्री विनीत जोशी, अपर सचिव श्री सुनील कुमार बरनवाल, निदेशक श्री मनमोहन सिंह सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।
पहले दल स्वागत के लिए बनारस स्टेशन पर रेड कारपेट बिछाया गया था। स्वास्तिक मंत्रोच्चार के बीच पुष्प वर्षा और माला पहनकर सभी का स्वागत किया गया। इस दौरान कुछ डेलीगेट नगाड़े की धुन पर नाचते हुए भी दिखे। “वणक्कम काशी” से डेलिगेट्स का स्वागत किया। दल में शामिल एक युवा डेलिगेट्स ने कहा – मैं भाग्यशाली हूं यह मौका सबको नहीं मिलता है। उत्तर भारत और दक्षिण भारत के बीच क्या संबंध है उसे जानने के लिए चार दिनों की यात्रा पर मैं काशी पहुंचा हूं। एक छात्रा ने कहा – मैं बहुत खुश हूं कि मैं महाकुंभ में स्नान करूंगी मेरा सपना था अयोध्या जाने का और मैं अयोध्या भी जाऊंगी। मैं भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं यह काफी अच्छा पहल है दो राज्यों को जानने के लिए।
चार दिनों में सभी डेलिगेट्स काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, नमो घाट, रामनगर, बीएचयू इसके अलावा हनुमान घाट स्थित सुब्रमण्यम भारतीजी के आवास पर भी ले जाया जाएगा। एकेडमिक कार्यक्रम के बाद सभी डेलिगेट्स महाकुंभ स्नान के लिए जायेगे। फिर वहां से अयोध्या में श्रीराम लला के दर्शन-पूजन के लिए जाएंगे। वहां से लौटकर बनारस स्टेशन से तमिलनाडु रवाना होंगे।