दिल्ली देहात ने 20 नवम्बर के किसान रैली की मेज़बानी कबूली

नई दिल्ली। नजफगढ़ के जाफरपुर गावँ में स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव के साथ किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया। दिल्ली देहात के किसानों ने 20 नवम्बर को होने वाली किसान रैली की मेज़बानी अपने हाथों में ली। सभा में में लैंड-पूलिंग के मुद्दे पर चर्चा हुई और महापंचायत ने किसान-विरोधी लैंडपूलिंग स्कीम को बदलने की मांग की। दिल्ली देहात के किसानों ने योगेंद्र यादव से किसानों के मुद्दों पर जमकर संघर्ष करने की अपील की।
किसान महापंचायत का शुभारंभ करते हुए स्वराज इंडिया दिल्ली देहात मोर्चा के अध्यक्ष राजीव यादव ने यहाँ की समस्याओं का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि लैंडपूलिंग की वजह से यहाँ के किसानों का जीना हराम हो गया है। देश की राजधानी दिल्ली का हिस्सा होने के बावजूद दिल्ली देहात बदहाली, अभाव और अन्याय का शिकार है। देहात की जनता राजनेताओं द्वारा लगातार ठगी जाती रही है। जब भी लैंड पुलिंग के मुद्दे पर आवाज उठाने की कोशिश हुई तो कई नेताओं ने अफसरों के साथ मिलकर देहात की आवाज दबाने की कोशिश की।
सभा को सम्बोधित करते हुए पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनुपम ने किसान के मुद्दे को सिर्फ़ किसान ही नहीं, बल्कि देश का मुद्दा बताया। कहा कि हमारे देश का किसान पेशे से तो किसान है लेकिन व्यवहार में वो जात-पात में बँट जाता है। दुःखद है कि आज देश मे ऐसी कोई पार्टी नहीं है जो किसान के लिए काम कर रहा हो। मुझे खुशी है कि स्वराज इंडिया ने किसानों के मुद्दों पर संघर्ष करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने जाती, धर्म और वर्ग से ऊपर उठकर किसानों को एकजुट होने के लिए आह्वान किया। भूमि अधिग्रहण विधेयक को वापिस करवाने से लेकर सूखा पीडित राज्यों में राहत दिलाने तक कई अवसरों पर स्वराज अभियान ने अहम भूमिका निभायी।
अनुपम ने वर्तमान दिल्ली सरकार के द्वारा दिल्ली देहात की उपेक्षा करने पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हर पार्टी ने दिल्ली-देहात का औपनिवेशिक ढंग से शाषण किया है। हर नेता ने धोखा दिया है। पहले बीजेपी, कांग्रेस और अब आम पार्टी की समझ ही नहीं, रडार से भी बाहर है ग्रामीण दिल्ली। दिल्ली देहात के लिए वही सच्चा काम कर सकता है जिसका दिल, देहात के लिए धड़कता हो।

स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने सभा को सम्बोधित करने से पहले स्थानीय किसानों से उनकी समस्याओं पर चर्चा की और उनकी शिकायतों की प्रतियाँ भी लीं। उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए सबसे पहले धारा 80 और 33 पर किये गए अपने वादों पर खरा उतरने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि स्वराज इंडिया लगातार किसानों को न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत है और वर्तमान सरकारों के झूठे आश्वासन से मुक्ति पाने के लिए किसानों की अपनी सरकार बनानी होगी। देशभर में किसान यात्रा कर चुके योगेंद्र यादव ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून से लेकर सूखे तक कि समस्याओं पर हम लड़े हैं और लड़ते रहेंगे। उन्होंने किसान नेताओं से आगामी 20 नवम्बर को भारी संख्या में संसद मार्ग पर होने वाली किसान रैली में पहुंचने की अपील की। दिल्ली देहात के किसानों ने योगेंद्र यादव को 20 नवम्बर को होने वाली किसान रैली के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया। मंच का संचालन स्वराज इंडिया दिल्ली देहात मोर्चा के सत्येंद्र राणा ‘हेडली’ ने किया।

 

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