एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप ने ऊर्जा भंडारण समाधान बाजार में प्रवेश किया

नई दिल्ली। बहु-विविध कंपनियों के समूह एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप ने आज अपनी निजी प्रमोटर संस्थाओं के माध्यम से लिथियम-आयन बैटरी के व्यवसाय में प्रवेश करने की घोषणा की। ग्रुप ने लिथियम-आयन बैटरी मॉड्यूल्स व पैक्स, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम्स (BMS), एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम्स (EMS) और कंटेनराइज्ड बैटरी एनर्जी सॉल्यूशंस (BESS) के लिए 1 गीगावाट आवर्स संयंत्र स्थापित करने के उद्देश्य से रिप्लसइंजीटेक प्रा. लि. के साथ एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया है, जो पुणे की एक कंपनी है और उन्नत ऊर्जा भंडारण उत्पादों एवं समाधानों का नेतृत्व करती है।

ये उत्पाद रिन्यूएबल इंटीग्रेशन, माइक्रो ग्रिड, यूटिलिटी सपोर्ट, रेलवे, टेलीकॉम, डेटा सेंटर्स, ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन डिमांड मैनेजमेंट, कॉमर्शियल और रेजिडेंशियल एप्लिकेशन्स के लिए पॉवर वॉल्स के लिए बड़े एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (ESS) की जरूरत को पूरा करेंगे। ई-मोबिलिटी उत्पादों में दोपहिया, तिपहिया (स्वैपेबल और चार्ज एंड ड्राइव, दोनों), इलेक्ट्रिक-बसों और चार पहिया वाहनों के लिए बैटरी पैक शामिल हैं।

उद्यम के बारे में टिप्पणी करते हुए एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप के उपाध्यक्ष रिजू झुनझुनवाला ने कहा, “हम भारत की ओर से ऊर्जा-कुशल, स्वच्छ और हरित अत्याधुनिक तकनीकी उत्पादों एवं समाधानों के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में विश्व को महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लिथियम-आयन और हरित प्रौद्योगिकियां उस दिशा में आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका हैं। हमें उम्मीद है कि ग्रेफाइट और एनोड में हमारी मौजूदा क्षमताएं हमारे नए उद्यम के साथ दुनिया के नए मानकों में अग्रणी सिद्ध होंगी। इस उद्यम के माध्यम से हम ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में एक मजबूत उपस्थिति बनाने और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान में योगदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह नया व्यवसाय भविष्य में अपना दायरा फैलाने के लिए एलएनजे की वैश्विक उपस्थिति का भी लाभ उठाएगा।”

एलएनजे भीलवाड़ा-रिप्लस वेंचर के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं सीईओ हिरेन प्रवीण शाह ने कहा, “हम प्रतिष्ठित एलएनजे भीलवाड़ा समूह के साथ साझेदारी करके बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। दोनों संगठनों के पास स्थायी ऊर्जा की दिशा में वैश्विक परिवर्तन को सक्षम करने के लिए विजन संबंधी एक मजबूत तालमेल है। रिप्लस ई-मोबिलिटी और स्टेशनरी एप्लीकेशंस, दोनों के लिए समाधान तैयार करने का प्रयास करता है। हमारी ताकत एलएफपी, एनएमसी, एलटीओ और एसएसडी जैसी लिथियम-आयन केमिस्ट्रीज में इष्टतम प्रौद्योगिकी, विश्वसनीय और कुशल उत्पादों की पेशकश करना होगी। आगे बढ़ते हुए हम बाजार में नई तकनीक और स्मार्ट एनर्जी सॉल्यूशंस में प्राथमिक अगुवा होंगे।”

श्री शाह ने आगे कहा, “पुणे में ग्रीनफील्ड प्लांट पहले चरण में 1 गीगावाट आवर्स की क्षमता के साथ 2022 के मध्य तक चालू हो जाएगा। दूसरे चरण में हम 2024 तक क्षमता को 5 गीगावाट आवर्स तक बढ़ाने का लक्ष्य बना रहे हैं। मध्यम अवधि में हम ऊर्जा भंडारण समाधानों में भारत का अग्रणी प्रदाता बनने का इरादा रखते हैं। अंततः हम वैश्विक स्तर पर शीर्ष 10 प्रदाताओं में शामिल होने का लक्ष्य रखेंगे।”

एलएनजे भीलवाड़ा रिप्लस दुनिया भर में समुदायों, व्यवसायों, मोबिलिटी और उपयोगिताओं के जीवन और आजीविका को समृद्ध करने वाले उच्च तकनीकी, ऊर्जा कुशल, स्मार्ट, सुरक्षित और टिकाऊ समाधान बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

इंटरनेशनल एनर्जी एसोसिएशन (IEA) के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को 2 डिग्री सेल्सियस पर बनाए रखने के लिए दुनिया को 2030 तक 266 गीगावाट ऊर्जा भंडारण की आवश्यकता होगी, जो 2017 में 176.5 गीगावाट थी। इंडिया एनर्जी स्टोरेज एलायंस (IESA) ने अनुमान लगाया है कि भारत के पास 2022 तक लगभग 70 गीगावाट और 200 गीगावाट आवर्स ऊर्जा भंडारण क्षमता होगी, जो दुनिया में सर्वोच्च है।

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