नई दिल्ली। माइक्रोफाइनेन्स इंस्टिट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआइएन) एक स्वशासी संगठन और भारत में माइक्रोफाइनेन्स उद्योग के लिये एक औद्योगिक संगठन है। एमएफआइएन ने श्री हर्ष श्रीवास्तव को मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साीईओ) नियुक्त करने की घोषणा की है।
एमएफआइएन से जुड़ने से पहले श्रीवास्तव जी फीडबैक इंफ्रा के काॅर्पोरेट अफेयर एवं कम्यूनिकेशन के हेड थे। उन्हें 20 से अधिक वर्षों का पेशेवर अनुभव प्राप्त है। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय वह प्रधानमंत्री कार्यालय में उप भाषण लेखक थे। वह योजना आयोग के परामर्शदाता भी रहे और इस दौरान उन्होंने भारत की 12वीं योजना के निर्माण में भूमिका निभाई। इस नियुक्ति के विषय में एमएफआइएन के प्रेसिडेन्ट श्री राकेश दुबे ने कहा, ‘‘हम एमएफआइएन के नये सीईओ के रूप में श्री हर्ष श्रीवास्तव का स्वागत करते हैं। हमें विश्वास है कि उनके समृद्ध अनुभव और नेतृत्व कौशल से माइक्रोफाइनेन्स उद्योग प्रगति करेगा और वह इस उद्योग के विषय में लोगों की धारणा को सकारात्मक बनाने में योगदान देंगे। इस नये दायित्व के लिये हम उन्हें शुभकामना देते हैं।’’
नई भूमिका स्वीकार करने पर श्री हर्ष श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘यह अवसर पाकर मैं खुद को बेहद खुशनसीब महसूस कर रहा हूं। जब हम वित्तीय समावेशन की बात करते हैं, तो एक उद्योग के रूप में माइक्रोफाइनेंस काफी अहमियत रखता है। यह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है, जिसने इसे समावेशी विकास की सरकार के ढांचे में एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना दिया है। मैं इस समुदाय का हिस्सा बनने के लिये तत्पर हूं, जो आज के भारत को बेहतर राष्ट्र बनाने के लिये बुनियादी स्तर पर काम कर रहा है।‘‘
श्री हर्ष श्रीवास्तव इससे पहले रिलायंस कैपिटल, कंफेडरेशन आॅफ इंडियन इंडस्ट्री और श्रेई इंफ्रास्ट्रक्चर एंड फाइनेंस में काम कर चुके हैं। उन्होंने आइआइएम अहमदाबाद से पढ़ाई की है और काॅर्पोरेट सोशल रिस्पाॅन्सिबिलिटी पर भारत की पहली किताब के लेखक हैं। श्रीवास्तव जी, सुश्री रत्ना विश्वनाथन की जगह लेंगे, जो इस साल पहले एमएफआइएन की सीईओ के रूप में कार्यमुक्त हुई थीं।