नई दिल्ली। एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट (एमआईटी-एसओजी) की ओर से नौवीं भारतीय छात्र संसद (बीसीएस) का आयोजन पुणे के एमआईटी-डब्ल्यूपीयू कैंपस में 18 जनवरी से 20 जनवरी 2019 तक किया जाएगा। एमआईटी-एसोजी के संस्थापक और डीन श्री राहुल कराड और एमआईटी-वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम की घोषणा के लिए प्रेस को संबोधित किया।
भारतीय छात्र संसद (बीसीएस) अपनी तरह की सामाजिक पहल है। इसका लक्ष्य लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में युवाओं को एकजुट करना और राष्ट्र निर्माण से जुड़े मुद्दों का समाधान खोजना है। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए देश भर के कॉलेज और संस्थाओं के स्टूडेंट्स को आमंत्रित किया गया है। नौवीं भारतीय छात्र संसद में समाज के विभिन्न वर्गों से दिग्गज हस्तियों को आमंत्रित किया जाएगा, जो भारत की प्रगति और उभरती ग्लोबल पावर के रूप में भारत के विकास से संबंधित अनेक मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को राजनैतिक रूप से सक्रिय रहने के लिए प्रोत्साहित करना है और देश के विकास की दिशा मे काम करने के लिए प्रेरित करना है।
एमआईटी-एसओजी के संस्थापक और डीन और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल कराड ने कहा, “भारत बड़ी तेजी से मजबूत और ढांचागत रूप से ग्लोबल इकोनॉमिक सुपरपावर बनने की ओर बढ़ रहा है, पर इस रेस को जीतने के लिए हमें प्रगतिशील और ज्ञानी नेता चाहिए, जो राजनैतिक निर्णय लेते समय सामने आने वाली मुश्किलों को पार कर सके। एमआईटी-एसओजी में हम इस दूरी को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम भविष्य के ऐसे नेताओं का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके दिल में राष्ट्र निर्माण के लिए जरूरी समर्पण हो। इसे मजबूत करने के लिए हमने सरकार में राजनैतिक नेतृत्व (एमपीजी) का यूजीसी से मान्यता प्राप्त 2 साल का कोर्स शुरु किया है। बीसीएस भारत और दुनिया भर के 10 हजार से ज्यादा राजनैतिक रूप से सक्रिय छात्रों का क्लास रूम है। बीसीएस युवाओं का चारित्रिक विकास करने में अग्रणी है और वह युवाओं को आदर्श बनाना चाहता है। युवाओं को देश की कुछ प्रतिभाशाली हस्तियों से बातचीत करने का अवसर भी मुहैया कराना चाहता है। बीसीएस की ओर से आयोजित किए गए पिछले 8 कार्यक्रमों की काफी अच्छा रेस्पांस मिला है। अब देश के युवाओं के लिए बीसीएस एक प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित हो गया है, जहां वह अपने से संबंधित मुद्दों पर विचार व्यक्त कर सकते हैं। वह गंभीर मुद्दों पर चिंता भी जाहिर कर सकते हैं। इस अवसर पर मैं महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने कार्यक्रम का मुख्य संरक्षक बनकर हमारे इस प्रयास को अपना समर्थन दिया है।”
बीसीएस के नौवें सम्मेलन में स्टूडेंट्स राजनैतिक, सामाजिक और कारोबारी पृष्ठभूमि से जुड़ी सम्मानित हस्तियों के विचार सुन सकेंगे और उनके साथ बातचीत भी कर सकेंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा के सांसद श्री शरद पवार, सीपीआई की वरिष्ठ नेता श्रीमती वृंदा करात, लैंगिक समानता कार्यकर्ता श्रीमती तृप्ति देसाई, दलित कार्यकर्ता और गुजरात के विधायक एडवोकेट जिग्नेश मेवानी, फिल्म अभिनेता और प्रकाश राज फाउंडेशन के संस्थापक प्रकाश राज, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष, असम विधानसभा के स्पीकर हितेंद्र नाथ गोस्वामी, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला, महात्मा गांधी फाउंडेशन के अध्यक्ष तुषार गांधी, मशहूर अधिवक्ता और कांग्रेस सांसद डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी, मशहूर वकील और सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट प्रशांत भूषण, राज्यसभा में एनसीपी के सांसद एडवोकेट माजिद मेनन, थायरोकेयर टेक्नोलॉजीज के संस्थापक डॉ. ए. वेलुमनी तीन दिन की छात्र संसद में कुछ प्रमुख वक्ता होंगे।