आप चेहरे पर तो मेकअप करती हैं, लेकिन बाल सिर्फ शैंपू व कंडिशनर तक क्यों सीमित रहते हैं। बालों की भी ब्यूटी का चेहरे की तरह केयर करें। कारण दोनों की नियमित ग्रूमिंग ही आपको प्लीजिंग पर्सनैलिटी दिखाती है। मौसम है बारिश का। यानी चिपचिपे, रूखे, बेजान, चमकहीन, झड़ते बाल। या यूं कहें कि बालों की केयर इस मौसम में अहम होती है। कारण बारिश, नमी व बैक्टीरिया बालों से चमक, मुलायमपन व मजबूती समाप्त होने लगती है।
हीट से दूरी : मानसून में गीले बालों पर हीट जनरेटिंग उत्पाद का प्रयोग बिल्कुल नहीें करें। इसके लिए ब्लोड्रायर, स्ट्रेटनर, कर्लिंग रॉड आदि जैसे हीट जनरेटिंग उत्पादों से बालों की दूरी बनाएं। कारण हीट बालों को बेजान बना कर उन्हें रूखा-सूखा व चमकहीन बना देती है। नतीजतन बालों का झड़ना शुरू हो जाता है।
डीप कंडीशनिंग करें : सूर्य की किरणें बालों को रूखा और मुरझाया हुआ बनाती है। ऐसे में बालों को पुनर्जीवित करने के लिए बालों से लेकर स्कैल्प तक डीप कंडीशनिंग करें। ऐसा करने से बाल व खोपड़ी को अतिरिक्त पोषण मिलता है।
तेल लगएं : इस मौसम में नियमित तेल लगाने से बालों का पोषण होता है, जो बालों का रूखापन दूर करता है। बालों व स्कैलप में नारियल, एवोकैडो और जैतून का तेल लगाएं।
ट्रिमिंग करवाएं : गर्मी की तरह मानसून में बालों की लंबाई कम रखें। कारण नमी से पनपे बैक्टिरीया बालों की ग्रोथ में बाधा डालते हैं।
कवर करें : धूप या बारिश में बालों को स्कार्फ या टोपी से कवर कर ही निकलें। कारण धूप व बारिश से बालों में नमी की मात्रा बहाल हो जाती है।
कसकर बांधने से बचें : लूज बन्स, नॉट्स और मैसी ब्राइड्स एक बहुत ही फैशनेबल और ट्रेंडी दिखते हैं। मानसून में वातावरण की अधिक नमी के कारण टाइट बाल बहुत असहज और परेशानदेह हो सकते हैं। साथ ही ये टाइट स्टाइल बालों की जड़ों को कमजोर कर देते हैं। नतीजतन बालों का झड़ना और टूटना आरंभ हो जाता है।
तरल पदार्थों का सेवन : पानी, स्मूदीज, जूस, शेक्स, नींबू पानी और नारियल के पानी जैसे तरल पदार्थों का सेवन शरीर के लिए जरूरी है। मानसून में हाइड्रेटेड रहने से शरीर का तापमान समान्य रहता है। नतीजतन बाल मुलायम, हेल्दी व चमकदार होते हैं।
हेयर एक्सपर्ट डॉ. अरविन्द पोसवाल