अखिलेश अखिल
नई दिल्ली। शुक्रवार को रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की रेटिंग को अपग्रेड किया तो सरकार की बांछे खल गयी। पूरा सरकारी तंत्र हरकत में आया और विपक्ष पर हमलावर हो गए। वित्त मंत्री अरुण जेटली कुछ ज्यादा ही खुश नजर आये और अपनी सफाई देने लगे। कहने लगे कि देश के लिए जो जरुरी था ,सरकार ने किया और उसके परिणाम बह अब आने लगे हैं। मूडीज द्वारा सरकार के फैसलों पर मुहर लगने से खुशी जताते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यह भी कहा कि यह उत्साहवर्धक है कि एक अंतरराष्ट्रीय संस्था और उनकी तरफ से मिल रहे विकास कार्य को मिले समर्थन से हम बेहतर करने की ओर अग्रसर हैं। इसके साथ ही वित्त मंत्री ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा था, ऐसे कई लोग जिनके मन में भारत के आर्थिक सुधार प्रक्रिया पर शक था अब उन्हें अब अपने रुख पर गंभीरता से चिंतन करना होगा। लेकिन उन्ही की पार्टी के वरिस्ठ नेता आखिर कब तक चुप रहते। यशवंत सिन्हा से जेटली जी की ख़ुशी देखी नहीं गयी। उन्होंने तुरंत पलटवार किया।
जवाब में यशवंत सिन्हा ने मूडीज की रेटिंग से असंतोष जताते हुए सरकार की खुशी पर जोरदार कटाक्ष किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमें संसद के सेंट्रल हॉल में एक मिडनाइट सेरिमनी का आयोजन कर मूडीज की रेटिंग अपग्रेड पर खुशी मनानी चाहिए और स्टैंडर्ड एंड पुअर्स की निंदा करनी चाहिए। बताते चलें कि मोदी सरकार ने मिडनाइट सेरेमनी के साथ देश में जीएसटी के लांच की आधिकारिक घोषणा की थी। ऐसे में मिडनाइट सेशन यशवंत सिन्हा का इशारा शायद इसी ओर था। वहीं, स्टैंडर्ड और पुअर्स का जिक्र उन्होंने इसलिए किया है क्योंकि इस एजेंसी ने भारत को एक दशक से निवेश के मामले में सबसे निचली श्रेणी में रखा है।
यशवंत सिन्हा यहीं नहीं रुके। इसके बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है – दिक्कत यह है कि जब बाहरी एजेंसियां हमारी तारीफ करती हैं, तो हम खुश होते हैं और जब हमारी आलोचना होती है तो हम उनकी निंदा करते हैं। हमें स्थिर होना चाहिए।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। )