नई दिल्ली। कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन और केंद्र की सत्ता में मोदी सरकार के 4 साल पूरे होने पर मंगलवार को रक्षा मंत्री ने एक प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित किया। कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में सीजफायर के मसले पर फैसला लेने से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सेना से स्पष्ट रुप से बातचीत की थी। बातचीत के बाद ही आगे फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान रमजान के महीने में यूं ही लगातार सीजफायर का उल्लंघन करता रहा तो भारतीय सेना के पास भी जवाबी कार्रवाई करने का विकल्प मौजद है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को अगर उकसाया गया तो पाकिस्तान को जवाब जरूर मिलेगा। पाकिस्तान के मुद्दे का जिक्र करते हुए सीतरमण ने कहा कि भारतीय विदेश मंत्रालय पहले ही कह चुका है कि आतंकवाद और गंभीर मुद्दों पर बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती है। भारतीय सेना के पास फंड की कमी की खबरों पर खारिज करते हुए सीतारमण ने कहा कि सेना के पास किसी तरह के फंड की कोई कमी नहीं है। इस दौरान उन्होंने एक आकंड़ा भी मीडिया के सामने पेश किया।