नई दिल्ली। हिंदी और मैथिली में समान रूप से कविताएं लिखने वाली कवियित्री निवेदिता मिश्रा झा की पुस्तक का विश्व पुस्तक मेला में विमोचन हुआ। मैथिली के लिए समर्पित ’मैथिली मचान’ पर उनकी पुस्तक ‘स्त्रीक मोन’ का विमोचन कई गणमान्य साहित्यकारों ने किया। इस अवसर पर पद्मश्री डाॅ उषाकिरण खान, डाॅ गंगेश गुंजन, डाॅ शेफालिका वर्मा, डाॅ सविता खान, डाॅ कैलाश कुमार मिश्र, गीताश्री, रंजना झा, डाॅ बीके झा, महेश डखरामी, अमरनाथ मिश्र, अजित आजाद, अमित आनंद सहित कई लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर निवेदिता मिश्रा झा ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मेरी कविता संग्रह ‘स्त्रीक मोन’ का लोकार्पण विश्व पुस्तक मेला में हुआ। यह किसी भी साहित्यकार के लिए सबसे बडा सुअवसर होता है। मैथिली मचान पर जिस प्रकार साहित्यप्रेमियों ने मुझे सराहा और शुभकामनाएं दी, उससे मैं काफी अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिताजी और पति ने आकर इस खुशी को दोगुना कर दिया।
बता दें कि ‘स्त्रीक मोन’ कविता संग्रह में 62 कविताओं को संकलित किया गया है, जो विभिन्न परिवेश में अलग-अलग मानसिकता से लिखी गई है। कवियित्री ने तमाम मनोभावों को एक जगह पिरोने का काम किया है, साथ ही स्त्री को लेकर समाज में जो मान्यताएं चली आ रही हैं, महिलाओं को कई जगह पर प्रताडित किया जाता है, उस पर भी सवाल उठाया है। केंद्र में बेशक नारी की बात है, लेकिन समाज के हर तबके का इसमें प्रतिनिधित्व है। इस पुस्तक को पटना के शेखर प्रकाशन ने प्रकाशित किया है।