ओरिगेमी मास्टर बनाते हैं कागज से आदमकद जानवर

नई दिल्ली। ओरिगेमी की जटिल दुनिया में, मुंबई के हिमांशु अग्रवाल अद्वितीय कौशल और नवीनता के प्रतीक के रूप में उभरे हैं। इस कला में तीन दशकों से भी ज़्यादा समय से समर्पित अग्रवाल कागज की साधारण शीटों को कला की लुभावनी कृतियों में बदल देते हैं। इन्होंने बड़े पैमाने के ओरिगेमी इंस्टॉलेशन बनाकर कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। इस ओरिगेमी मास्टर और इनकी अनोखी कृतियों को देखिए ‘ओएमजी! ये मेरा इंडिया’ के नौवें एपिसोड में जिसका प्रीमियर होगा इस सोमवार, 8 अप्रैल को रात 8 बजे, केवल हिस्ट्रीटीवी18 पर। इस पाथब्रेकिंग अरिजनल फैक्चूअल एंटेरटैनमैंट सीरीज़ का लैंडमार्क दसवां सीजन भी हर सोमवार रात 8 बजे दर्शकों का मनोरंजन करते हुए उन्हें प्रेरणा देने के वादे को निभा रहा है और ऐसे व्यक्तियों की दिलचस्प कहानियाँ प्रस्तुत कर रहा है जिन्होंने अपनी अनोखी प्रतिभा, सामाजिक प्रभावी पहल, प्रौद्योगिकी, नवाचार, रिकॉर्ड तोड़ कारनामों, अनोखी रुचियों और दिलचस्पी के साथ समाज में नई लहर पैदा की है। हिमांशु के प्रदर्शनों की सूची में हथेली के आकार के नाज़ुक व रंगीन पक्षियों के  मॉडल्स से लेकर आदमकद से भी ऊंची मूर्तियां तक शामिल हैं, जो इस प्राचीन कला में इनके गहन कौशल को दर्शाती हैं। अपने जुनून के बल पर ओरिगैमिस्ट बने व इंजीनियर के रूप में प्रशिक्षित अग्रवाल, अपनी रचनाओं में सुंदरता के अलावा प्रत्येक तह में अंतर्निहित वैज्ञानिक सिद्धांतों पर भी काम करते हैं। 20 फीट लंबे जिराफ हों या 35 फीट लंबे डायनासोर, कागज़ की प्रकृति के बारे में विनीत की असाधारण समझ ही इन विशाल लेकिन नाज़ुक संरचनाओं को अपने वज़न के नीचे ढहने से रोकती है। इन्हें एक नई विशाल ओरिगेमी संरचना बनाते हुए देखिए इस सोमवार रात 8 बजे ‘ओएमजी! ये मेरा इंडिया’ में। मुंबई के इस कलाकार से प्रेरणा लीजिए जिनके हाथों में आकर नाज़ुक कागज़ विशाल मूर्ति बन जाता है, साथ ही देखिए देश भर से चुनी गई अन्य अविश्वसनीय कहानियाँ भी जिनमें दिल्ली के वो युवा अन्वेषक भी शामिल हैं जो रोबोटिक्स के माध्यम से पक्षाघात के रोगियों की मदद कर रहे हैं!

 

‘ओएमजी! ये मेरा इंडिया’ देखने के लिए ट्यून इन करें हर सोमवार रात 8 बजे सिर्फ हिस्ट्रीटीवी18 पर।

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