नई दिल्ली। एग्री-टेक कंपनी ओरिगो कोमोडिटीज़ एवं फिनटेक एनबीएफसी विवरिती कैपिटल ने एफपीओ, किसानों एवं कृषि उत्पादों के आपूर्तिकर्ताओं को किफ़ायती ब्याज़ दरों पर रु 2 करोड़ तक का आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए एक दूसरे साथ साझेदारी की है।
अपने आधुनिक ईमंडी कैश प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए ओरिगो कोमोडिटीज़ ने ग्रामीण भारत में अपनी पहुंच बढ़ाने तथा मार्च 2023 के अंत तक इस साझेदारी के माध्यम से कम से कम रु 100 करोड़ के वितरण का लक्ष्य तय किया है।
ओरिगो का ईमंडी कैश प्लेटफॉर्म कृषि उत्पादकों को बैंकों एवं एनबीएफसी के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे किसानों और आपूर्तिकर्ताओं को आसान ऋण सुविधाएं मिल सकेंगी, साथ ही बैंक एवं फाइनैंशियल संस्थाएं भी कृषि-पीएसएल सेक्टर में अपनी पहुंच बढ़ा सकेंगी।
ओरिगो की ओर से पेश किया गया ईमंडी कैश पहला डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो आपूर्ति श्रृंखला एवं फाइनैंस सुविधाओं को सशक्त बनाने पर ज़ोर देता है। यह स्थानीय मंडियों के विक्रेताओं को कोलेटरल रहित फाइनैंस सुविधाएं उपलब्ध कराता है और बैंकों एवं एनबीएफसी को उन लोगों के साथ जोड़ता है, जिन्हें वास्तव में ऋण की ज़रूरत होती है।
‘विवरिती के साथ इस साझेदारी के माध्यम से हम बड़ी संख्या में आपूर्तिकर्ताओं के साथ जुड़ सकेंगे और सुनिश्चित कर सकेंगे कि उन्हें अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए ज़रूरी ऋण सुविधाएं आसानी से मिल सकें।’ मिस सान्या अग्रवाल, जीएम, कॉर्पोरेट स्टैªटेजी, ओरिगो कोमोडिटीज़ ने बताया।
इस अवसर पर विशाल सूर्यवंशी, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, क्रेडिट, विवरिती कैपिटल ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हमें ओरिगो ईमंडी के साथ जुड़ने का मौका मिला है। इस साझेदारी के माध्यम से हम कृषि मूल्य श्रृंखला से जुड़े विक्रेताओं/ खरीददारों, कृषि आपूर्तिकर्ताओं, एफपीओ एवं एफपीसी को ऋण सुविधाएं उपलब्ध करा सकेंगे। विवरिती कैपिटल हमेशाा से मिड कॉर्पोरेट उद्यमों (एंकर्स) को डेब्ट फंड उपलब्ध कराने के लिए तत्पर रहा है। उनकी कुल क्षमता 150 बिलियन डॉलर से भी अधिक है। विवरिती कैपिटल देश भर में 500 से अधिक डीलरों एवं विक्रेताओं को रु 1500 करोड़ से अधिक डिजिटल सप्लाई चेन फाइनैंसिंग (आपूर्ति श्रृंखला ऋण सुविधाएं) उपलब्ध करा चुका है। हम मैनुफैक्चरिंग, सर्विसेज़, ट्रेडिंग, सप्लाई चेन प्लेटफॉर्म्स में कई एंकर्स क साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’
हमने देश भर में एफपीओ एवं कृषि आपूर्तिकर्ताओं को ऋण सुविधाएं उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में हम बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, केरल एवं तमिलनाडू पर ध्यान दे रहे हैं। कंपनी ने बताया।
‘‘मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हम वित्तीय वर्ष 2022-23 में अपने आपूर्तिकर्ता नेटवर्क को रु 100 करोड़ तक का ऋण उपलब्ध करा रहे हैं।’ अग्रवाल ने कहा।
‘कृषि क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया हमारा पहला पूर्णतया डिजिटल प्रोडक्ट पीएसएल सेगमेन्ट में हमारी पहुंच बढ़ाएगा, जहां हमें वास्तव में लिक्विडिटी की ज़रूरत है। यह प्रोडक्ट ऋण के अनुरोध से लेकर, दस्तावेजों के संग्रह, ऋण के एग्रीमेन्ट, वितरण एवं संग्रहण तक डिजिटल यात्रा के हर पहलू को आसान बनाएगा।’ अग्रवाल ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।
इससे पहले भी ओरिगो ने कई एनबीएफसी और बैंकों के साथ साझेदारी की थी, जिसके तहत इसके खरीददारों को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रोडक्ट-(Procure Now and Structured Trade Finance) पेश किए गए थे।
ओरिगो ने आपूर्तिकर्ताओं को ध्यान में रखते हुए ईमंडी कैश के लिए विवरिती कैपिटल के साथ अपनी तरह की पहली साझेदारी की है।
अन्य ऋण सेवा प्रदाताओं के साथ भी इस तरह की साझेदारियों के बारे में बात करते हुए अग्रवाल ने बताया कि कई बैंक एवं एनबीएफसी कृषि क्षेत्र को ऋण उपलब्ध कराने के लिए ओरिगो के साथ साझेदारियां कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ओरिगो ईमंडी उन क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए तैयार है जहां ऋण सुविधाओं की कमी है और 70 फीसदी ग्रामीण परिवारों को समय पर भुगतान उपलब्ध कराकर उनपर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करेगी, जो अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं।
ओरिगो ईमंडी कैश बैंकों एवं एनबीएफसी के लिए अपनी पहुंच बढ़ाने का अच्छा अवसर है, जहां वे डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए रु 124 लाख करोड़ के सेक्टर को अपनी सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
‘इसके अलावा, ईमंडी कैश में हम ऋण सेवा प्रदाताओं (बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों) को पावरफुल डैशबोर्ड उपलब्ध कराते हैं, ताकि वे डेटा साइंस मॉडल का उपयोग करते हुए रियल टाईम में अपने एक्सपोज़र एवं लोन बुक को टैªक कर सकें।’ अग्रवाल ने कहा।
नाबार्ड की रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022 के लिए अनुमानित समेकित ऋण क्षमता 38.4 लाख करोड़ है, जिसमें से कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के लिए 24 लाख करोड़ निर्धारित है। वित्तीय वर्ष 2022 के लिए नए केन्द्रीय बजट में रु 16.5 लाख करोड़ का लक्ष्य रखा गया है।