रामदेव का एलान, पतंजलि उत्पाद अब आॅनलाॅइन


अब पतंजलि‍ के सभी प्रोडक्‍ट्स पेटीएम मॉल, बि‍ग बास्‍केट, फ्लि‍पकार्ट, ग्रोफर्स, अमेजन, नेटमेड्ड, 1 एमजी, शॉपक्‍लूज और दूसरी वेबसाइट्स पर भी मिलेंगे। कंपनी अभी तक अपने पोर्टल patanjaliayurved.net पर अपने प्रोडक्‍ट्स की ऑनलाइन सेल कर रही थी। इसके अलावा, उसके कुछ प्रोडक्‍ट दूसरे सेलर्स के जरिए भी ऑनलाइन मिल रहे थे।पर भी

नई दिल्ली। एक ओर पूरे देश में पतंजलि के उत्पाद बड़ी बड़ी कम्पनियों को टक्कर दे रहें वहीं पतंजलि आयुर्वेद ने अब एक बड़ा कदम उठाते हुए अपने उत्पाद बेचने के लिए बड़ी ऑनलाइन कंपनियों से अनुबंध किया है, यानि अब यह उत्पाद अब घर बैठे उपलब्ध होगें । जिसके बाद पतंजलि के उत्पाद अब पेटीएम माल, बिग बास्केट, फ्लिपकार्ट, ग्रोफर्स, अमेजन, नेटमेड्स, 1एमजी और शॉपक्लूज जैसी वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। इसके अलावा पतंजलि खुद की वेबसाइट पर भी ऑनलाइन प्रोडक्ट बेचेगी। बाबा रामदेव ने एक टि्वट कर कहा कि वो हरिद्वार से हर द्वार तक पहुंच गए हैं साथ ही प्रोडक्ट पर कोई डिस्काउंट नहीं मिलेगा। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा रामदेव ने बताया कि वो पतंजलि को शेयर बाजार में लिस्ट नहीं करेंगे बल्कि लोगों के दिलों में इसकी लिस्टिंग करवाएंगे। कार्यक्रम में कंपनी के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण भी शामिल थे। कंपनी ने ऑनलाइन के जरिए सालाना 1 से 2 हजार करोड़ रुपए के प्रोडक्ट बेचने का लक्ष्य बनाया है। रामदेव के मुताबिक कंपनी हरिद्वार, नोएडा, तेजपुर और नागपुर जैसी जगहों पर यूनिट लगाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी अगले 2 से 3 साल में 50 हजार से 1 लाख करोड़ रुपए का बाजार बनाना चाहती है। इस ऑनलाइन व्यवस्था प्रतिदिन 10 लाख से ज्यादा ऑर्डर निपटाने में भी सक्षम है ।
पतंजलि‍ आयुर्वेद के सीईओ और एमडी आचार्य बालकृष्‍णन ने कहा कि‍ नया सिस्टम उन लोगों के लि‍ए मददगार साबि‍त होगा जो आजकल शॉपिंग के लि‍ए ज्‍यादा से ज्‍यादा ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म का इस्‍तेमाल करते हैं। हाल ही में पतंजलि ने कि‍ड्स और एडल्‍ट डायपर्स और सस्‍ते सेनि‍टरी नैपकि‍न सेगमेंट्स में एंट्री की है। बीते माह कंपनी ने सोलर इक्‍युपमेंट मैन्‍युफैक्‍चरिंग में उतरने का एलान किया है। एफएमसीजी के अलावा कंपनी दूसरे सेक्‍टर्स जैसे एजुकेशन और हेल्‍थकेयर में भी है। 2016-17 में पतंजलि का टर्नओवर 10,500 करोड़ रुपए के पार चला गया और इस फाइनेंशि‍यल ईयर में कंपनी का मकसद दोगुना ग्रोथ का है।
नील्सन 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक, आयुर्वेदिक हेल्थ प्रोडक्ट का मार्केट 2021 तक 1 अरब डॉलर का होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, कस्टमर अब नैचुरल और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल पर्सनल केयर में ज्यादा कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों का फोकस केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट की जगह हर्बल बेस्ड प्रोडक्ट की तरफ है।

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