प्रधानमंत्री मोदी पांच साल बाद रूस के प्रवास पर पहुंचे थे । मास्को विमानतल पर रूस के प्रथम उपप्रधानमंत्री डेनिस मांतुरोव ने उनकी अगवानी की और विमान तल पर ही रूस की सशस्त्र सेनाओं के जवानों द्वारा उन्हें सलामी गारद से सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पुतिन ने विमान तल पर किसी राष्ट्राध्यक्ष की अगवानी के लिए पहली बार देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री को भेजा था। रूस में किसी राष्ट्राध्यक्ष के आगमन पर सामान्यतः द्वितीय उपप्रधानमंत्री द्वारा स्वागत की परंपरा रही है। मास्को विमानतल पर भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु रूस के प्रथम उपप्रधानमंत्री की उपस्थिति के यह अर्थ लगाए जा रहे हैं कि रूसी राष्ट्रपति के लिए भारत के मैत्री विशेष अहमियत रखती है और प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल में रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारत के साथ रूस के रिश्तों को नई ऊंचाईयों तक ले जाने के लिए तत्पर हैं।
Held productive discussions with President Putin at the Kremlin today. Our talks covered ways to diversify India-Russia cooperation in sectors such as trade, commerce, security, agriculture, technology and innovation. We attach great importance to boosting connectivity and… pic.twitter.com/JfiidtNYa8
— Narendra Modi (@narendramodi) July 9, 2024
रूस के राष्ट्रपति ने नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री चुने पर बधाई देते हुए इसे उनके अनेक वर्षों के अच्छे कार्यों का प्रतिफल बताया। पुतिन ने नरेन्द्र मोदी को ऊर्जावान नेता बताते हुए यह व्यक्त विश्वास व्यक्त किया कि उनमें भारत और भारतीय लोगों के हित में अच्छे नतीजे देने की क्षमता मौजूद है।यह रिजल्ट से स्पष्ट है। पुतिन ने नरेन्द्र मोदी को अपना करीबी मित्र मानते हुए जब उन्हें इलेक्ट्रिक कार में सैर कराई तब ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दोनों के बीच वर्षों पुरानी गहरी दोस्ती है।
रूस के राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच अत्यंत आत्मीय वातावरण में संपन्न हुई वार्ता में उभय राष्ट्राध्यक्षों ने दोनों देशों के सहयोग के नये क्षेत्रों पर चर्चा की । पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी की इस बात के सराहना की कि उनके नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना जीवन लोगों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है । इस पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने उन्हें मातृभूमि की सेवा करने का मौका दिया है। रूस के राष्ट्रपति के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम विगत दस वर्षों में 17 बार मिल चुके हैं और विगत 25 वर्षों में 22 दोनों देशों के 22 द्विपक्षीय बैठकें हो चुकी हैं। यह हमारे संबंधों की गहराई का परिचायक है। प्रधानमंत्री ने देश में किसानों को उर्वरक की कमी के संकट से निपटने में रूस से मिले सहयोग की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को आतंकवाद की समस्या पर भारत की चिंताओं से अवगत कराते हुए इस बात पर विशेष जोर दिया कि भावी पीढ़ी के भविष्य के लिए विश्व में शांति कायम करने की बहुत आवश्यकता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी की इस रूस यात्रा और रूस के राष्ट्रपति के साथ उनकी शिखर वार्ता के प्रति अंतर्राष्ट्रीय जगत में विशेष उत्सुकता बनी हुई थी।