सबसे अधिक प्रासंगिक हैं राजीव गांधी : सरफराज अहमद सिद्दीकी

नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव व डेलिगेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि आज स्व. राजीव गांधी की जयंती है। आज वे होते तो 74 वर्ष पूरा कर 75 वें प्रवेश करते। उनके होते कांग्रेस कहां होती आज केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है। उनकी सरलता, निश्च्छलता, तथा परिश्रम करने की क्षमता पर कोई प्रश्न नहीं उठ सकता। उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी में हम लोग सूचना तकनीक का जितना इस्तेमाल कर रहे हैं, वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ही देन है।

कांग्रेस नेता एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में भारत को आधुनिकीकरण के पथ पर ले जाने वाले, करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत, सहिष्णुता, सद्भावना और बलिदान की पहचान, शान्तिदूत तथा राष्ट्र निर्माता, भारत रत्न राजीव गांधी जी की जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। राजीव गांधी को भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने ना सिर्फ कंप्यूटर को भारतीय घर तक लाने का काम किया बल्कि भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को आगे ले जाने में अहम रोल निभाया। उन्होंने कहा, ‘राजीव जी, आप हमारे दिलों में सदैव रहेंगे।’ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। वह 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदुर में 21 मई, 1991 को आम चुनाव के प्रचार के दौरान एलटीटीई के एक आत्मघाती हमलावर ने राजीव गांधी की हत्या कर दी थी।

कांग्रेस नेता एडवोकेट सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि देश में पीढ़ीगत बदलाव के अग्रदूत श्री गांधी को देश के इतिहास में सबसे बड़ा जनादेश प्राप्त हुआ था। अपनी मां की हत्या के शोक से उबरने के बाद उन्होंने लोकसभा के लिए चुनाव कराने का आदेश दिया। उस चुनाव में कांग्रेस को पिछले सात चुनावों की तुलना में लोकप्रिय वोट अधिक अनुपात में मिले और पार्टी ने 508 में से रिकॉर्ड 401 सीटें हासिल कीं। स्वभाव से गंभीर लेकिन आधुनिक सोच एवं निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता वाले श्री गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीकों से पूर्ण करना चाहते थे और जैसा कि वे बार-बार कहते थे कि भारत की एकता को बनाये रखने के उद्देश्य के अलावा उनके अन्य प्रमुख उद्देश्यों में से एक है – इक्कीसवीं सदी के भारत का निर्माण।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.