रायपुर। भाजपा के भीष्म पितामह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि पूरे देश में विसर्जित की जा रही है। भाजपा ने अपने पुरोधा के लिए जगह-जगह कार्यक्रम तय किए हैं। लेकिन, छत्तीसगढ के कार्यक्रम देखने से पता चलता है कि यहां के मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके अन्य मंत्रियों के लिए यह एक जश्न है। मानो वह इसकी भी मार्केटिंग ही कर रहे हैं।
बीजेपी अस्थि कलश यात्रा के जरिये देश के पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को भारत के हर जनमानस के मन में समाहित करना चाहती है पर छत्तीसगढ़ में इससे इतर नज़ारा देखने को मिला। अस्थि कलश यात्रा के कार्यक्रम में मंच पर नेता मंत्री सहित खुद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह हँसते मुस्कुराते नज़र आये।
भाजपा देश के पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि कलश पुरे देश में निकाल रही है। खासकर बीजेपी शासित राज्यों में इस यात्रा के जरिये बीजेपी अटल जी यादों को जन जन तक पहुचने का प्रयास कर रही। पर अस्थि कलश यात्रा जब रायपुर पहुंची तो यहाँ अलग ही नज़ारा देखने को मिला। बीते बुधवार को राजधानी रायपुर में कलश यात्रा के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा के दौरान मंच पर मौजूद भाजपा सरकार के मंत्री, नेता ही नहीं खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह हँसते खिलखिलाते नज़र आये। राजेश मूणत, बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर सहित कई लोग मंच पर ठहाके लगाते नजर आए। इस घटना की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में अटल जी की श्रद्धांजलि सभा में ठहाकेलगाते मंत्रियों की वीडियो खूब वायरल हो रही है। बताया जा रहा है कि यह घटनाक्रम उस समय हुआ, जब रायपुर में अस्थि कलश यात्रा भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर पहुंची थी। इस ग़मगीन समय में भी खुद मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी हसने मुस्कुराने से खुद को रोक नहीं पाए। राजेश मूणत की हंसी भी रोके नहीं रुक रही थी। इसी बीच कार्यक्रम के दौरान मंच पर बैठे अजय चंद्राकर ने भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय को मोबाइल फोन पर कुछ दिखाया। इसके बाद दोनों मंत्री किसी बात को लेकर हंस पड़े। इसी दौरान चंद्राकर टेबल ठोकते हुए ठहाके लगाते नजर आए।
मंच का माहौल देखकर लग रहा था कि कार्यक्रम किसी को श्रध्दांजलि देने का नहीं बल्कि कोई पुरस्कार वितरण या सरकार की किसी अच्छे काम के सराहना के लिए रखा गया है। वैसे इस मामले में मामले में मंत्री अजय चन्द्राकर ने सफाई दी है और मीडिया से कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ, मंच पर सहज बातें ही हो रहीं थीं। पर अब तक इस पर मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
श्रद्धांजलि सभा में हुई इस घटना को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी का कहना है कि शोक सभा में इस तरह की हरकत अशोभनीय है। इससे भाजपा का आडंबर व दिखावा नजर आ रहा है। अच्छा है जिन अटल बिहारी वाजपई के सपनो का साकार रूप है छत्तीसगढ़ और जिनके प्रयासों से ही छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया आज उनकी आत्मा की शांति के लिए रखे जाने वाले मौन की जगह ठहाकों की गूंज उनके कानो में नहीं पड़ी पर जिसके कानों ने पड़ी और जिन्होंने यह नज़ारा देखा वो समझ चुके होंगे कि बीजेपी के नेता अपने आदरणीय को कितना और कैसे याद करते हैं।