एडिडास से जुड़ीं ‘स्प्रिंट सेंसेशन’ हिमा दास

नई दिल्ली। एथलेटिक्स सेंसेशन हिमा दास का मंगलवार को एडिडास परिवार मंे गर्मजोशी से स्वागत् किया गया। हिमा हमेशा से एडिडास की फैन रही हैं (यूथ चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में हिमा ने एडिडास की स्पाइक्स पहनी थी) और अब दौड़ प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण के लिए उन्हें एडिडास के बेहतरीन साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ धाविका बनने का सफर हिमा के लिए आसान होगा।
बता दें कि केवल 18 साल की भारतीय धाविका हिमा ‘गोल्डन गर्ल’ और ‘धींग एक्सप्रेस’ नाम से मशहूर हैं और विश्व स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने का इतिहास रचने वाली हिमा पहली भारतीय महिला हैं। हिमा किशोर उम्र की जुझारू और लगनशील महिला (टीनएज़र) हैं और किसी वैश्विक दौड़ प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं जो फिनलैंड में आईएएएफ वल्र्ड अंडर -20 चैम्पियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में अव्वल स्थान दर्ज कर चुकी हैं। इसके बाद हाल में इंडोनेशिया में सम्पन्न एशियाई खेलों में तीन बार पोडियम पर स्थान बना चुकी हैं।

हिमा के एडिडास से जुड़ने पर एडिडास इंडिया के प्रबंध निदेशक डेव टाॅमस ने हिमा को एक एडिज़ीरो प्राइम एसपी भेंट किया जिसका एडिडास के सर्वश्रेष्ठ और दौड़ के लिए खास तकनीकी के जूतों में बड़ा नाम है। हिमा के लिए खास तौर से तैयार दायें जूते पर उसका नाम ‘हिमा दास’ और बायें जूते पर ‘क्रिएट हिस्ट्री’ लिखा है। डेव टाॅमस ने कहा कि एडिडास में हमारा मानना है कि ‘खेल हमें जिन्दगी बदलने की ताकत देता है’ और हिमा इसकी शानदार मिसाल हैं। विभिन्न खिलाड़ियों से हमारे संबंधों और साझेदारियांे का लक्ष्य भारत के युवाओं को सशक्त बनाना है और सकारात्मक बदलाव लाना है। एडिडास में हमें विश्वास है कि भारत के प्रमुख स्पोर्ट्स ब्राण्ड के रूप में यह जरूरी है कि हम लड़कियों को खेल में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें और वे उम्र बढ़ने के बाद भी खेलना जारी रखें। पिछले कुछ वर्षों में हिमा और अन्य कई भारतीय महिलाओं ने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन की मशाल थामे आगे आई हैं। एडिडास दिल से चाहती है कि भारत के युवाओं का समर्थन करे और उनमें खेल का उत्साह भर और उन्हें महत्वाकांक्षी बनाए।

इस घोषणा के अवसर पर एडिडास इंडिया के सीनियर मार्केटिंग डायरेक्टर स्यां वान विक भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हिमा केवल महिलाओं और लड़कियों के लिए नहीं हैं बल्कि पूरे देश के लिए बड़ी प्रेरणा हैं। टीम एडिडास में हिमा के शामिल होने पर हम सभी बहुत खुश हैं। हिमा ने इतिहास रचा है और हम कामयाब की इस सफर में उनकी मंजिल तक साथ देंगे और वे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ होंगी। इस सफर में हम एकजुटता के संग आज के युवाओं को खेल से जोड़ने और उनकी खुद की जिन्दगी और आसपास के लोगों की जिन्दगी बदलने में मदद करेंगे।

वहीं, एडिडास से जुड़ने पर रोमांचित हिमा दास ने कहा कि मेरी हमेशा से एडिडास के जूतों को पहनने की चाहत रही है। सच तो यह है कि पिछले कई वर्षों से एडिडास के जूते पहन रही हूं। यूथ चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में भी एडिडास ही मेरे साथ था। अब एडिडास परिवार में शामिल होना और विश्वप्रसिद्ध एथीलट्स ग्रुप का हिस्सा बनना मेरे लिए गौरव की बात है। एडिडास ने हमेशा सभी खेलों के एथलीट्स की मदद की है और उनके खेल के शिखर पर पहंुचने में साथ दिया है। मुझे विश्वास है कि एडिडास के साथ मैदान में मेरा प्रदर्शन एक नई ऊंचाई को छूएगा और बड़े बदलाव लाने में भी मुझे इससे मदद मिलेगी। हमारा लक्ष्य आपस में मिल कर खेल में भारतीय युवाओं की भागीदारी बढ़ाना और खास कर महिलाओं को अधिक सशक्त बनाना है और मुझे विश्वास है एडिडास के बल पर बड़ा बदलाव लाने में कामयाबी मिलेगी।

कंपनी की ओर से कहा गया कि पिछले एक दशक में एडिडास ने निरंतर युवा एथलीट्स के साथ मिल कर काम किया है और बुनियादी स्तर के प्रयासों पर निवेश किया है ताकि युवा एथलीट्स की विभिन्न खेलों में सशक्त भागीदारी हो। बुनियादी सतर के कुछ निवेशों में शामिल हैं एडिडास रनर्स कम्युनीटी, टैंगो लीग और फुटबाॅल के लिए एडिडास बेस और टेनिस में एडिडास जुनियर ओपन।

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