नई दिल्ली। 33 दीन दयाल उपाध्याय मार्ग ,नई दिल्ली पर संस्कार भारती भवन के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए भारत के गृहमंत्री व संघ परिवार के अहम् सदस्य श्री राजनाथ सिंह जी ने कहा कि संस्कार भारती कला और कलाकारों के संवर्धन में अहम् भूमिका निभा रही है | इतने अल्प समय में संस्कार भारती ने यह मुकाम हासिल कर लिया यह सराहनीय है | श्री राजनाथ सिंह ने कुरुक्षेत्र में संस्कार भारती द्वारा आयोजित विशाल समारोह का उल्लेख करते हुए कहा कि कला समाज की अभिव्यक्ति है | कला समाज को प्रभावित करती है और समाज से प्रभावित भी होती है |
गृह मंत्री ने कला की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब भी संस्कृति का पुन: जागरण हुआ है, सामाजिक जागरण हुआ है उसमे कला व संस्कृति के माध्यम से हुई है | उन्होंने भारत की आजादी में बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा रचित नाटक आनंद मठ के गीत वन्दे मातरम और रविन्द्र नाथ टैगोर के भतीजे श्री अमरिंदर नाथ टैगोर जी द्वारा चित्रित भारत माता का चित्र ने स्वतंत्रता आन्दोलन को गति दी का जिक्र दिया | उन्होंने कहा कला समाज के व्यक्तित्व का निर्माण करती है |
संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यख श्री वासुदेव कामत ने अतिथियों का सम्मान करते हुए कहा कि दिल्ली के दिल में संस्कार भारती का कार्यालय कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शित करने के लिए एक प्रमुख स्थान प्रदान करेगा | कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मभूषण विदुषी डा. सरोज वैद्यनाथन ने की और संस्कार भारती के संस्थापक एवं संरक्षक बाबा योगन्द्र जी ने अपने आशीर्वचन दिए |
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने गीत की दो पंक्तियों ‘ईश्वर जो भी करता है अच्छा ही करता है, मानव तु संघर्षों से फिर क्यों डरता है’ अपनी पूरी बात समाप्त कर दी |
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुरेश बिंदल ने कहा कि भवन का निर्माण पंद्रह महीनों में संपूर्र्ण हो जायेगा | चार मंजिले भवन में कला के विकास के उपयुक्त स्तर, पुस्तकाय व तमाम तरह की सुविधाएँ होंगी |
सांस्कृतिक कार्यक्रम ऋचा गुप्ता, नरेश शांडिल्य संजय प्रभाकार , नेहा जैन, माया श्रवण ने नृत्य, कविता व गीत प्रस्तुत किये |
श्री दीन दयाल उपाध्याय जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश चेतन जी कार्यक्रम ने किया | कार्यक्रम में श्री बांके लाला जी, श्री अमीर चंद जी, श्री विश्राम कामदार, शेखर सेन,पद्मश्री नलिनी कमलिनी, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, श्री कृष्ण मूर्ती, श्री सुबाश अग्रवाल, श्री सुबोध शर्मा, श्री अश्विन दलवी, श्री अयोध्या प्रसाद, श्री गिरीश चंद मिश्र, श्री दया प्रकाश सिन्हा, श्री सचिदानंद जोशी, श्री सैफुद्दीन डगर, श्री सुदेश शर्मा, श्री बलदेव भाई शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे |