…तो अब रियल एस्टेट में काम करने के लिए भी लेना होगा ये सर्टिपिकेट

 

नई दिल्ली। आम जनता खून पैसे की कमाई को लेकर अपने लिए एक नया आशियाना, मकान खरीदता है। कई बार जब लोग अपने लिए प्रोपर्टी खरीदने जाते हैं, तो उन्हें पूरी और पारदर्शिता के साथ जानकारी नहीं मिल पाती है। कुछेक बार स्थिति ऐसी विकट हो जाती है कि कर्मचारियों का व्यवहार लोगों को पसंद नहीं आता है। इन सारी समस्याओं को समाधान की मंशा के साथ पंजाब की लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ने नया सर्टिफिकेट कोर्स शुरु किया है। तीन महीने के इस कोर्स का शुल्क केवल 40 हजार रुपये रखा गया है। भारत में इस तरह का यह पहला कोर्स है।
रेरा-विनियमित रियल एस्टेट क्षेत्र में कुशल पेशेवरों को जरूरी स्किल्स प्रदान करने के उद्देश्य से लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी (एलटीएसयू) ने रियल एस्टेट दिग्गज विनीत नंदा के साथ मिलकर “स्टेलर स्कूल ऑफ रियल एस्टेट” लॉन्च किया, जो अपनी तरह का पहला कोर्स “रिसीड’ (रोजगार विकास के लिए कौशल शिक्षा को मजबूत करना) है। इस 3 महीने की अवधि के कोर्स का पाठ्यक्रम रियल एस्टेट क्षेत्र के अनुभवी सेल्स एंड मार्केटिंग प्रोफेशनल श्री भास्वर पॉल के नेतृत्व में रियल एस्टेट विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है। कोर्स में संपत्ति प्रबंधन, रियल एस्टेट फाइनेंस, अर्बन प्लानिंग आदि सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया गया है। यह कोर्स विश्वविद्यालय द्वारा मान्यता प्राप्त प्रमाणीकरण के लिए ऑन द जॉब ट्रेनिंग (OJT) के लिए क्रेडिट सहित यूजीसी (UGC) के नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुसार क्रेडिट सिस्टम का पालन करेगा।
यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. संदीप सिंह कौरा ने कहा, “रीसीड एक लर्निंग इकोसिस्टम का निर्माण करेगा, जोकि युवाओं को वैश्विक स्तर का कौशल प्रदान करके भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जोकि उन्हें घरेलू और विदेशी बाजार में रोजगार योग्य बनायेगा। इस सपने को वास्तविकता में आकार देने के लिए एक अत्यधिक प्रशंसित पेशेवर टीम कार्य कर रही है। हमारा मानना है कि स्टेलर स्कूल ऑफ रियल एस्टेट उद्योग के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और हम इस क्षेत्र में अग्रणी बनकर रोमांचित हैं।”
विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सदस्य श्री विनीत नंदा ने कहा, “असंगठित रियल एस्टेट क्षेत्र में काम करने वाले कुछ लोग उद्योग के लिए बहुत बदनामी लाते हैं। रियल एस्टेट उद्योग की छवि को सुधारने के लिए आवश्यक है कि उद्योग में काम करने वाले पेशेवर कानूनी और सरकारी नियमों, सॉफ्ट स्किल्स विकास, क्षेत्र के डिजिटल और तकनीकी डोमेन के ज्ञान परिपूर्ण हों। सेल्स फाॅर्स को भाषा कौशल के साथ अच्छी तरह से तैयार और कुशल होना चाहिए। रिसीड पाठ्यक्रम उद्योग के पेशेवरों द्वारा क्यूरेट किया गया है, विशेष रूप से रेरा विनियमित वातावरण में व्यावहारिक और तकनीकी दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। मुझे यकीन है कि यह भारत में रियल एस्टेट उद्योग में पारदर्शिता और विश्वास के नेतृत्व वाले सतत विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा। अपनी तरह का यह पहला कोर्स उद्यमिता और माननीय प्रधानमंत्री मोदी के कौशल भारत मिशन को गति देगा।”

लैमरिन टेक स्किल्स यूनिवर्सिटी ने की नई शुरुआत, रियल एस्टेट के चैनल पार्टनर भी अब होंगे शिक्षित

आकाश बंसल, वरिष्ठ निदेशक और इंडिया हेड – स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग, जेएलएल इंडिया ने कहा, “भारतीयों के लिए हमारे जीवन भर के सबसे बड़े निवेशों में से एक हमेशा रियल एस्टेट है। जब म्युचुअल फंड, इक्विटी, या बीमा में छोटे निवेश को विनियमित किया जाता है और प्रमाणित विशेषज्ञों को शामिल किया जाता है, तो रियल एस्टेट में जीवन में एक बार, इतने बड़े मूल्य के निवेश के लिए तो अधिक ध्यान और विशेषज्ञता की आवश्यकता है। रिसीड कोर्स ब्रोकरों/चैनल भागीदारों को आत्मविश्वास हासिल करने और खुद को इस श्रेणी में कुलीन (एलीट) प्रमाणित पेशेवर के रूप में स्थापित करने में सक्षम करेगा, ताकि खरीदारों/विक्रेताओं को पेशेवर रूप से मदद मिल सके।”
सुश्री पारुल महाजन, हैड एडवोकेसी, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने इस अवसर पर कहा, “दुनिया भर में छाए काले बादलों के बीच भारत सूर्य की तरह चमक रहा है। बढ़ती मंहगाई के दबाव और भू-राजनैतिक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारतीय रियल एस्टेट बाजार में निवेश सकारात्मक दिख रहा है। ‘रिसीड’ रियल एस्टेट पेशेवरों में कौशल विकसित करने के लिए एक बेहतरीन शिक्षा कार्यक्रम है। चैनल पार्टनर्स के कौशल को और भी निखारने और शिक्षित करने के लिए यह अपने जैसा पहला कोर्स है, जोकि इंडस्ट्री के अधिकांशतः लेन-देन करते हैं। रिसीड एक ऐसा लर्निंग ईकोसिस्टम बनाऐगा जोकि युवाओं को वैश्विक स्तर के स्किल्स से सुसज्जित कर भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने की प्रधानमंत्री मोदी के सपने के अनुरूप है।”स्कूल प्रमाणपत्र स्तर से डिप्लोमा से लेकर डिग्री और स्नातकोत्तर स्तर तक विभिन्न कार्यक्रमों की पेशकश करेगा। स्नातक और उच्च डिग्री कार्यक्रम उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के तहत पेश किए जाएंगे, जबकि डिप्लोमा और प्रमाणपत्र स्तर के कार्यक्रम क्रमशः विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र (सीओएसटी) और व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र (सीओवीटी) के तहत पेश किए जाएंगे।

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