सोनाली फौगाट , टिक टाॅक और मंडी आदमपुर


नई दिल्ली । 
विधानसभा चुनाव में हमेशा मंडी आदमपुर की सीट हाॅट रही है । चौ भजनलाल के गढ के रूप में सारे देश में चर्चित मंडी आदमपुर मे उनके सामने चौ देवीलाल , प्रो गणेशीलाल और चौ रणजीत सिंह सबको हार का सामना करना पडा । कुलदीप बिश्नोई की उंगली पकड कर चौ भजनलाल ने पहला चुनाव जीता कर राजनीति में प्रवेश दिलाया था ।

इसी प्रकार अपनी धर्मपत्नी जसमां देवी को भी विधायक बनवाया । मंडी आदमपुर जान छिडकता रहा । कुलदीप बिश्नोई की हर गलती माफ करता रहा लेकिन जब इंतहा हो गयी तो लोकसभा चुनाव में पहली बार भव्य को तेइस हजार वोट से हार मिली । तब से कुलदीप बिश्नोई और उनकी धर्मपत्नी रेणुका बिश्नोई ने डेरा जमा रखा है । भव्य बिश्नोई भी प्रचार में जुटे हैं । इसी चक्कर में रेणुका बिश्नोई ने हांसी की सीट भी छोड दी ।

भाजपा ने कुलदीप की घेराबंदी करने के लिए सोनाली फौगाट को टिकट दिया । जो एक टीवी एंकर व अभिनेत्री है । हिसार दूरदर्शन पर एंकरिंग से एक्टिंग की दुनिया में आई । सबसे ताजा फिल्म आई – छोरियां छोरों से कम नहीं होतीं । इसमें रोहिणी फौगाट एसपी बनी है सोनाली और नभछोर के लिए इंटरव्यू में कहा था कि यह रोल मेरे दिल के करिब है । मैं एसपी ही बनना चाहती थी ।

खैर , जैसे ही सोनाली की टिकट घोषित होते ही उसकी टिकटाॅक वाली अदाएं चर्चा में आ गयी हैं । वैसे मैं सोचता हूं कि यदि ये अदाएं राजनीति में चर्चित हैं तो जब उर्मिला मातोंडकर या हेमामालिनी चुनाव लडती हैं तब उनके हाॅट सीन क्यों नहीं याद आते ? क्या क्या सीन नहीं दिए ?   यही नहीं और एक्ट्रेसिज भी तो राजनीति में आईं । जयललिता ने हिंदी में धर्मेंद्र के साथ इज्जत फिल्म में रोल किया पर वह तमिलनाडु के लोगों की प्यारी प्यारी अम्मा के रूप में लोकप्रिय हुईं कि नहीं ? यह टिकटाॅक की बात करना बैकार है । मुद्दों की बात करो ।

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– कमलेश भारतीय

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