कमलेश भारतीय
नई दिल्ली। अभी कुछ दिन पहले कर्नाटक चुनाव की डेट लीक हुई थी । अब सीबीएसई के इग्जाम के पेपर लीक होने का मामला सामने आया है । छात्र और अभिभावक परेशान हैं क्योंकि रीइग्जाम का फरमान हैं । छात्र कह रहे हैं कि हमने तो पेपर लीक नहीं करवाए , फिर हमें सजा क्यों ? हम दोबारा पेपर देने का तनाव क्यों झेलें ? हमने अगले इगजाम की तैयारी करनी थी , हम पिछड़ जाएंगे ।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर का कहना है कि वे रात भर सो नहीं पाए पर पेपर फूलपरूफ सिस्टम में भी लीक कैसे हो गया ? कोई सीबीएसई प्रमुख का इस्तीफा चाहता हैंं तो कोई जावडेकर का । कोई इस्तीफा नहीं लेने या देने वाला । यह तंत्र बडा भोथरा हो चुका हैंं, ढीठ हो चुके कुर्सीधारी । छात्र दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं । पुलिस खदेड़ने में लगी है । विरोधी सरकार की भद्द पीटने में लगे हैं ।
वो जिसे पप्पू कहते हैं , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह बोलने लगा है । प्रधानमंत्री ने यूपी में मान लिया था कि बोलना आ गया है पप्पू को । राहुल गांधी का कहना है कि देश के मजबूत चौकीदार बनने के दावे के साथ आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में पेपर लीक हो रहे हैं जबकि चौकीदार बहुत वीक साबित हो रहा हैं । कभी नीरद मोदी , कभी ललित मोदी तो कभी विजय माल्या देश का रूपया लेकर फरार हो जाते हैं और फुर्र हो जाते हैं , चौकीदार मन की बात में ही व्यस्त रहता हैंंंं । कश्मीर में लगातार सीमा पर हमले हो रहे हैं और छप्पन इंच का सीना सिमटता जा रहा हैंंंं । एक के बदले दस सिर लाने की बात भूल चुके हैं और पंद्रह लाख रूपये तो किसी को नहीं मिले ।
छात्र बैनर उठाए हैं किस जो सरकार पेपर लीक होने से नहीं बचा सकती , वह सरकार देश क्या संभालेगी ? जावडेकर आराम की नींद लीजिए । यह नकल माफिया है । यूपी चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिलेश सरकार पर यह आरोप लगाया था । अब अपनी सरकार पर ही लगा तो क्या कहिए ?
परीक्षा और शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की आवश्यकता है । एक दूसरे को दोष देने की नहीं ।