चंडीगढ़ । हरियाणा की सहकारी चीनी मिलों ने चालू गन्ना पिराई मौसम के दौरान अब तक 383.07 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 38.62 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के एक प्रवक्ता ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल ने सर्वाधिक 68.84 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 7.26 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, जबकि रोहतक सहकारी चीनी मिल ने 57.31 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 5.66 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, कैथल ने 39.21 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.95 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है, सहकारी चीनी मिल, महम ने 37.85 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.78 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है तथा सहकारी चीनी मिल, सहकारी चीनी मिल, गोहाना ने 37.70 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.70 लाख क्विंटल, सहकारी चीनी मिल, करनाल ने 34.59 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.55 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
इसी प्रकार, सहकारी चीनी मिल, सोनीपत ने 27.32 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.76 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। जींद ने 27.31 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.68 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, पानीपत ने 26.69 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.70 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सहकारी चीनी मिल, पलवल ने 26.25 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 2.52 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है।
उन्होंने बताया कि हैफेड चीनी मिल, असंध ने 36.52 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके 3.67 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों में अब तक की औसत शुगर रिकवरी 10.23 प्रतिशत रही है।